वेतन निर्धारण, वेतन वृद्धि ,वेतन स्थगन, और वेतन कटौती के आदेश से परेशान शिक्षक
राष्ट्र संवाद संवाददाता
सरायकेला : नगरपालिका मध्य विद्यालय सरायकेला मे जिले के सरकारी विद्यालयों मे कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओ की एक बैठक बुलाई गई जिसमें जिला शिक्षा अधीक्षक सरायकेला- खरसावां के उस आदेश के संबंध मे चर्चा की गई जिसमे कहा गया है कि झारखंड लोक सेवा आयोग, रांची द्वारा 2003-04 मे नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओ का वेतन निर्धारण गलत है, जबतक उनका वेतन निर्धारण नही हो जाता है तबतक उनका वेतन स्थगित रहेगा ।और, यदि वेतन निर्धारण गलत पाया गया तो उनसे राशि की वसूली एक मुस्त की जाएगी । ऐसी स्थिति मे शिक्षकों का मानना है कि वेतन निर्धारण मे शिक्षकों की कोई भूमिका नही होती, इसमे सारा काम निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी, नियोक्ता जिला शिक्षा अधीक्षक एवं जिला लेखा पदाधिकारी की होती है । फिर बार-बार वेतन निर्धारण, वेतन स्थगन, वेतन वृद्धि एवं एक मुस्त कटौती का आदेश विभागीय धमकी की तरह परेशानी और चिंता का विषय बना हुआ है ।
बैठक मे यह निर्णय लिया गया कि इस समस्या जल्द से जल्द समाधान हो । एक साथ नियुक्त कुछ शिक्षको को विभाग पूरी छुट दे रहा है और उन्ही मे कुछ शिक्षकों को भयभीत और मानसिक रूप प्रताड़ित कर रहा है । ऐसी स्थिति मे अगर सभी शिक्षको के साथ वेतन निर्धारण, वेतन वृद्धि और कटौती या भुगतान मे एक रूपता नही की गई तो हम विवश होकर न्यायालय की शरण मे जाने को बाध्य होंगे । विभाग द्वारा जारी सूची मे वैसे कुछ चुनिन्दे शिक्षक-शिक्षिकाओ का नाम छोड़ दिया गया है जिन्हें विभाग सारी सविधाएं दे चुका है, और उन्ही सुविधाओ की कटौती के लिए शेष शिक्षक-शिक्षिकाओ की नई सूची जारी की है, जो सरासर गलत एवं नियम विरुद्ध है । बैठक मे उपस्थित शिक्षको मे अरूप मिश्रा, सर्वानन्द सिंह, अरविंद कुमार, सुधाकर ठाकुर, संजय कुमार सिंह, मनोज सिंह, अगस्ती बेहरा, प्रमेन्द्र कुमार पति, विजय सिंह, रामकुमार प्रसाद, मनोज कुमार, सुबोध मिश्रा, मनोज कुमार तिवारी एवं जिले के अन्य नौ प्रखंडो से काफी संख्या मे शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित हुई ।