सदर अस्पताल में उपायुक्त ने राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत 10 से 25 अगस्त तक संचालित एमडीए-आईडीए कार्यक्रम का किया विधिवत शुभारंभ
जिले के कुल लक्षित 7 लाख 52 हजार 783 लोगों को दी जाएगी निःशुल्क फाइलेरिया रोधी खुराक
निजाम खान। राष्ट्र संवाद
जामताड़ा: सदर अस्पताल जामताड़ा परिसर में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्रीमती कुमुद सहाय (भा०प्र०से०) ने राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत 10 से 25 अगस्त तक संचालित एमडीए-आईडीए कार्यक्रम का सिविल सर्जन जामताड़ा एवं अन्य के साथ संयुक्त रूप से विधिवत शुभारंभ किया। इस दौरान उपायुक्त एवं अन्य अधिकारियों, चिकित्सकों आदि ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया।
मौके पर उपायुक्त श्रीमती कुमुद सहाय (भा०प्र०से०) ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की फाइलेरिया गन्दे पानी में पनपनेवाली संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से एक अपंगता पैदा करनेवाली द्वितीय सबसे बड़ी लाईलाज बीमारी है। उक्त बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों में हाथ, पाँव (हाथीपाँव) फूलना और हाइड्रासिल है। उल्लेखनीय है कि फाइलेरिया के रोगाणु अपने पूरे जीवनकाल में करोड़ों माइक्रोफाइलेरिया रोगाणुओं को जन्म देते हैं। इस बीमारी को नियंत्रण करने हेतु यह आवश्यक है कि सभी आमजनों को वर्ष में एक बार फाइलेरियारोधी दवा का निर्धारित डोज अनुसार सेवन कराया जाय, जिससे माइक्रोफाइलेरिया को जनसमुदाय में फैलने से रोका जा सके। इससे स्वस्थ्य व्यक्तियों में संक्रमण को रोका जा सकता है।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि मैंने भी फाइलेरिया रोधी खुराक लिया है, 02 वर्ष से कम आयु वर्ग वाले शिशु, गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति एवं गर्भवती महिलाओं को छोड़कर सभी लोग बिना हिचक के यह खुराक लें, यह सुरक्षित एवं प्रभावी है।
उन्होंने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में दिनांक 10.08.2024 से 25.08.2024 तक यह खुराक जिले के कुल लक्षित 7 लाख 52 हजार 783 लोगों को निःशुल्क दिया जाएगा। जिसके लिए कुल 1238 बूथ में आज यह खुराक दी जा रही है। वहीं 2817 दवा प्रशासक (स्वास्थ्य कर्मी) एवं 167 दवा पर्यवेक्षक को इस कार्य हेतु जिम्मेदारी दी गई है।
उन्होंने कहा कि आज जिले के सभी चिन्हित बुथों पर पूर्वाह्न 10ः00 बजे से अपराह्न 04ः00 बजे तक फाइेलरियारोधी दवा का सेवन कराया जायेगा एवं आगामी 25 अगस्त तक डोर टू डोर जाकर स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा अपनी देखरेख में यह खुराक दिया जाएगा।दवा सेवन कराने के उपरांत द्वारा संबंधित व्यक्ति के बायें हाथ के तर्जनी अंगुली में मार्कर कलम द्वारा प्रतीकात्मक चिन्ह लगाया जायेगा।
वहीं उपायुक्त ने कहा कि किसी भी प्रकार की चिकित्सीय आकस्मिकता की स्थिति में जिला एवं प्रखण्ड स्तर पर रैपिड रेस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है तथा जिले के सदर अस्पताल, जामताड़ा एवं सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (जामताड़ा को छोड़कर) में त्वरित चिकित्सीय सेवा प्रदान करने हेतु आवश्यक व्यवस्था हेतु संबंधित उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, जामताड़ा एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है।
_*उपायुक्त ने किया सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डों एवं डायलिसिस वार्ड का निरीक्षण*_
वहीं उपायुक्त श्रीमती कुमुद सहाय (भा०प्र०से०) ने इस दौरान सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डों का भ्रमण कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारी को आवश्यक एवं उचित दिशा निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने मरीजों एवं उनके परिजनों से बात कर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। वहीं उन्होंने पीपीपी मोड पर अस्पताल में डायलिसिस सेवा देने वाली कंपनी के द्वारा डायलिसिस सेवा बंद करने एवं इससे मरीजों को हुई परेशानी को संज्ञान में लेते हुए प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट रूप से प्रबंधन को निर्देश देते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कहा कि अस्पताल में मरीजों को बेहतर ईलाज मिले इसके लिए सरकार एवं प्रशासन संकल्पित है, इसमें कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
वहीं उपायुक्त ने सिविल सर्जन को डायलिसिस केंद्र के नियमित संचालन एवं अन्य बिंदुओं पर आवश्यक एवं समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।इस मौके पर ACMO डॉ कालीदास मुर्मू, DS डॉ आलोक विश्वकर्मा, SMO डॉ अमित तिवारी, DMO डॉ डी सी मुंशी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी कर्मी उपस्थित थे।