देवघर दौरे के दौरान जो जानकारी राष्ट्र संवाद को मिली थी उसके आधार पर राष्ट्र संवाद ने खबर बनाया ।अगर इसमें विधायक रंधीर कुमार सिंह को अपना पक्ष रखना है तो हम उनके पक्ष को प्रकाशित करने का काम करेंगे। लेकिन साथ ही साथ यह कहना चाह रहे हैं कि राष्ट्र संवाद धमकी और चमकी से डरने वाला नहीं है।खबर में जो सच्चाई होगी उसे लिखने में कहीं से भी कोई परहेज नहीं करेंगे। विधायक रंधीर सिंह के मोबाइल पर भी पक्ष जानने का प्रयास किया था लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।
खबर यह था
*सरकार के करोड़ों रुपए का व्यर्थ में खर्च*
*रिपोर्ट : निजाम खान*
*देवघर: ये कैसा पुल?ऐसा पुल सारठ में 2 जगह देखने को मिला।मिली जानकारी के मुताबिक सारठ विधायक रंधीर कुमार सिंह कभी संवेदक हुआ करते थे__जिसके द्वारा लगभग अठारह साल पहले यह दोनों पुल बनाया गया था।बताया जा रहा है पुल का मामला उच्च न्यायालय में पहूंचा हुआ है। उक्त बातें मौखिक रूप से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है। मौखिक रूप से जानकारी देने वाले शख्स ने बताया कि सुनने में आ रहा है कि इन दोनों पुल को हाइवे में जोड़ा जायेगा। हालांकि यह सब मामला जांच का विषय है। लेकिन सवाल यह है कि इतने बड़े पैमाने पर सरकारी राशी का खर्च होना।सवाल है क्या सही स्थान पर पुल नहीं बना है?अगर नहीं बना है तो इतने बड़े पैमाने पर सरकारी राशी का व्यर्थ में खर्च होने के जवाबदेही कौन है?क्या सारठ विधायक रंधीर कुमार सिंह है?*