उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा की अध्यक्षता में एग्री स्मार्ट ग्राम योजना से संबंधित आहूत बैठक संपन्न
प्रथम चरण में जिला अंतर्गत नाला एवं जामताड़ा प्रखंड के 01-01 ग्राम (नाला के बंदरडीहा पंचायत अंतर्गत जगरनाथपुर एवं नारायणपुर प्रखंड के बोरवा ग्राम) में संचालित की जाएगी योजना
चयनित ग्राम को कृषि स्मार्ट व मॉडल ग्राम के रूप में परिवर्तित करें, ताकि अन्य ग्रामों के लिए यह प्रेरक सिद्ध हो – उपायुक्त
चयनित ग्रामों में एग्री स्मार्ट ग्राम योजना के तहत यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक परिवार किसी न किसी योजना से लाभान्वित हो – उपायुक्त
एग्री स्मार्ट ग्राम में लोगों को वैज्ञानिक तरीके से कृषि करने हेतु करें प्रोत्साहित ताकि उनकी आमदनी बढ़े
आज दिनांक 12.09.2023 को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) की अध्यक्षता में एग्री स्मार्ट ग्राम योजना के उचित कार्यान्वयन को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित किया गया। बैठक में जिला पशुपालन पदाधिकारी के अनुपस्थित रहने एवं बिना सूचना एवं अनुमति के मुख्यालय से बाहर रहने के कारण उपायुक्त ने स्पष्टीकरण पूछने एवं वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने एग्री स्मार्ट ग्राम योजना को लेकर प्रथम चरण में नाला एवं जामताड़ा प्रखंड के चयनित नाला के बंदरडीहा पंचायत अंतर्गत जगरनाथपुर एवं नारायणपुर के बोरवा पंचायत अंतर्गत बोरवा ग्राम में किए जाने वाले कार्यों एवं केंद्र व राज्य प्रायोजित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर विमर्श किया एवं संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
*चयनित ग्रामों का प्रोफाइल बनाकर उपलब्ध कराएं*
बैठक को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि चयनित ग्रामों में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग से संबंधित योजनाओं और कार्यक्रमों के सफल रूप से क्रियान्वयन के लिए उच्च गुणवत्ता वाली संस्थागत व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं बॉटम अप अप्रोच अपनाकर कृषि विकास की चुनौतियों को दूर करने के लिए किया गया है। इस योजना के तहत सभी केंद्र व राज्य प्रायोजित योजनाओं से आच्छादित किया जायेगा। उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को योजना के संबंध में चयनित गांवों का प्रोफाइल बनाकर लाने का निर्देश दिया/कौन सी योजनाओं का संचालन किया जा सकता है? इसके अलावा उक्त ग्रामों में पशुपालन, कृषि, मत्स्य, उद्यान विभाग में संचालित योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री पशुधन योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना एवं अन्य में कौन कौन सी योजनाओं का संचालन किया जा सकता है, कितना लोगों को लाभ मिला है इसके लिए विस्तृत योजना बनाएं। इसके अलावा उन्होंने हार्टिकल्चर, आम बागवानी, ड्रेगन फ्रूट, अमरूद, पपीता आदि फलदार एवं आर्थिक रूप से फायदेमंद कृषि कार्य को बढ़ावा देने हेतु कार्ययोजना बनाकर देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि चयनित ग्रामों में यह सुनिश्चित करें कि हर परिवार किसी न किसी योजना से लाभान्वित हो।
*योजना के तहत विभिन्न क्रियाकलापों की समीक्षा के दौरान दिए गए आवश्यक दिशा निर्देश*
उपायुक्त ने इस योजना को लेकर जिला से लेकर ग्राम स्तर पर विभिन्न समितियों के गठन एवं उनके कार्यकलापों, दोनों ग्रामों में एक एक सीआरपी की नियुक्ति करने सहित सभी पहलुओं पर विमर्श किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्राम पंचायत की बैठक में संबंधित पदाधिकारी पहुंचे। लोगों को एग्री स्मार्ट ग्राम योजना के बारे में बताएं उन्हें जागरूक करें। साथ ही सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि लोगों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने एवं अपने आय में संवृद्धि के लिए प्रेरित करें एवं कार्य योजना बनाएं। इसके लिए किसानों को प्रशिक्षित करें साथ ही अवेयरनेस कार्यक्रम चलाएं। उन्होंने योजना के तहत चयनित ग्रामों में प्रशिक्षण, प्रचार प्रसार, सोलर लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम, प्राकृतिक कृषि संसाधन केंद्र, सोलर आधारित कोल्ड चेन, सीआरपी (एग्री) आदि को लेकर विमर्श कर आवश्यक एवं उचित दिशा निर्देश दिया।
*इनकी रही उपस्थिति*
इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी श्री लव कुमार, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी श्री रिजवान अंसारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी श्री चंद्रजीत खालको,जिला मत्स्य पदाधिकारी श्रीमति रितु कुमारी,कृषि विज्ञान केंद्र हेड डॉ सुप्रिया सिंह सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी कर्मी उपस्थित थे।