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    Home » ज़्यादा पैकेज किसी संस्थान व व्यक्ति के अच्छे होने मानक नहीं : राहुल पुरवार
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    ज़्यादा पैकेज किसी संस्थान व व्यक्ति के अच्छे होने मानक नहीं : राहुल पुरवार

    Devanand SinghBy Devanand SinghFebruary 18, 2023No Comments4 Mins Read
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    एक्सएलआरआइ में इंटरनेशनल सीईओ कांक्लेव अवेंसिस का उद्घाटन

    किसी भी उच्च शिक्षण संस्थान का मूल्यांकन वहां के छात्रों को मिलने वाले पैकेज से नहीं, बल्कि उसके सामाजिक सरोकार के आधार पर किया जाना चाहिए. यह देखें कि वहां छात्रों को किस तरह की मूल्य आधारित शिक्षा मिलती है, ताकि वे समाज और देश के विकास में अधिक से अधिक भूमिका निभा सकें. यह बात राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव राहुल पुरवार ने कही. वह शुक्रवार को एक्सएलआरआई में पीजीडीएम (जीएम) बैच 2022-23 के कम्युनिकेशन क्लब की ओर से आयोजित इंटरनेशनल सीईओ कांक्लेव “अवेंसिस” के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे. कांक्लेव का विषय था “बदलता व्यवसाय : जनता, उद्देश्य, संभावनाएं”. श्री पुरवार ने कांक्लेव के विषयवस्तु की चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान में यह काफी अच्छा विषय है. उन्होंने इसे नवाचारी बताया. कहा कि व्यवसाय को केवल एक उद्देश्य से नहीं किया जाना चाहिए. उसमें व्यक्ति, कर्मचारी व सोसाइटी तीनों का ध्यान रखा जाना चाहिए. इसी तरह यदि कोई योजना बनाएं तो उसमें लांग टर्म व समाज व प्रकृति का हित ज़रूर होनी चाहिए. अपने वक्तव्य के क्रम में कोरोना काल की चर्चा करते हुए श्री पुरवार ने कहा कि इस महामारी के काल ने हमें काफी कुछ सिखाया. कोरोना की पहली लहर के दौरान तो लॉक डाउन रहा, सब कुछ ठप था, जबकि दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से काफी कुछ परेशानी हुई, लेकिन व्यवसाय जगत पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा. उन्होंने यह कहकर अपना भाषण समाप्त किया कि निजी और सरकारी संस्थाएँ समाज में समान रूप से योगदान करती हैं. समाज में मूल्य जोड़ने के लिए, सरकार और निजी संस्थाओं दोनों को ग्राहकों, कर्मचारियों और समुदाय की भलाई पर ध्यान देना चाहिए. इससे पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. एक्सएलआरआई के निदेशक फादर एस जॉर्ज, डीन फादर डोनाल्ड डिसिल्वा एवं अन्य ने अतिथियों का स्वागत किया. इस अवसर पर संस्थान के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. , पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल, जमशेदपुर एसएसपी प्रभात कुमार एवं धालभूम एसडीओ पीयूष सिन्हा ने भी अपने विचार रखे.

     

    हर पोस्टिंग एक चुनौतिपूर्ण अनुभव देती है : डीसी, सरायकेला खरसावाँ

    सरायकेला खरसाँवाँ के डीसी अरवा राजकमल ने एक अधिकारी के रूप में अपनी यात्रा पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि उनका अर्थशास्त्र के प्रति काफी लगाव रहा है. उन्होंने साझा किया कि नीति के लिए अर्थशास्त्र वही है जो इंजीनियरिंग के लिए भौतिकी है, इसलिए व्यवसाय के लिए भी वास्तव में वही है जो भौतिकी इंजीनियर के लिए है, इसलिए यह आपको हर घटना का विश्लेषण करने के लिए एक परिप्रेक्ष्य देता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि अंतर्ज्ञान विकास सीखने का सबसे अच्छा हिस्सा है, जो मानव और दृढ़ व्यवहार को मापने में सहायता करता है. अपने अनुभव के बारे में कहा कि “प्रत्येक पोस्टिंग एक चुनौतीपूर्ण अनुभव है, और आप कुछ नया सीखते हैं. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नेतृत्व की कई लेयर मौजूद होने पर विफलता की संभावना कम हो जाती है.

    पुलिस व जनता बीच की खाई पाटने की आवश्यकता : एसएसपी
    पूर्वी सिंहभूम के एसएसपी श्री प्रभात कुमार ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि कैसे नेतृत्व को विकसित करना एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं जहां संसाधन सीमित हैं और हम जिन लोगों के साथ काम कर रहे हैं, उनके पास सीमित क्षमताएं हो सकती हैं. श्री प्रभात कुमार ने कहा कि कैसे प्रक्रिया में एकरूपता लाकर और टीम को बदलती प्रौद्योगिकियों के अनुरूप बनाकर इन चुनौतियों से पार पाया जा सकता है. उन्होंने जनता और पुलिस बल के बीच की खाई को पाटने के महत्व के बारे में भी चर्चा की.

     

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