शहर स्थित MGM अस्पताल में गंभीर दुर्घटना में घायल मरीज़ को पाँच घंटे तक नहीं मिली। कुणाल षंडगी की पहल पर हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग। सिविल सर्जन ने मरीज़ को राँची जाने के लिए एंबुलेंस दिलवाई
गोविंदपुर निवासी बापी सीट कल रात सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए थे और उन्हें MGM में एडमिट कराया गया था। सुबह डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर चिकित्सा के लिए रिम्स राँची रेफ़र कर दिया मगर सुबह 9 बजे से दिन के 1.30 बजे तक उनके परिजन 108 एम्बुलेंस सेवा के नंबर पर कॉल करते रहे लेकिन उन्हें एम्बुलेंस नहीं मिल पाई। उनकी पत्नी 8 महीने की गर्भवती है और ऐसे गंभीर स्थिति में अपने पति को खून में लथपथ अस्पताल में पड़े देख वो बिलख बिलख कर रो रही थी।
परिजनों ने भाजपा नेता विकास सिंह के माध्यम से भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षडंगी को इसकी सूचना थी। कुणाल षडंगी भाजपा एस सी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बिमल बैठा संग एमजीएम पहुँचे और इमरजेंसी वार्ड के बेड नंबर 28 पर उस हाल में पड़े बापी सीट को देख कर वहीं से सिविल सर्जन डॉक्टर ए के लाल से दूरभाष पर संपर्क साधा और अबिलंब एम्बुलेंस उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। सिविल सर्जन के आदेश के बाद चंद मिनटों में ही 108 एम्बुलेंस वहाँ पहुँची और सभी के सहयोग से बापी सीट को राँची रिम्स के लिए रेफ़र किया गया।
पत्रकारों से बात करते हुए कुणाल षडंगी ने MGM की दयनीय स्थिति पर दुख प्रकट किया और कहा कि कोरोनकाल में इतने गंभीर अवस्था में पड़े मरीज़ को अगर एंबुलेंस मिलने में घंटों लग जा रहे हैं तो इससे स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली का पता चलता है। राज्य सरकार के लोग चुनावी रैलियों में हवा हवाई बातें करने में व्यस्त हैं और धरातल पर स्थिति बिलकुल उसके उलट है। वायरस का संक्रमण बढ रहा है और ऐसी परिस्थिति से मुक़ाबला करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को युद्ध स्तर पर तैयारी करने की आवश्यकता है।
कुणाल षंडगी के साथ विकास सिंह, बिमल बैठा, राजेश साव, विजय ओझा, हेमंत सिंह, रामसिंह कुशवाह भी उपस्थित थे।