लंदन. डिएगो माराडोना ने 1986 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ जिस गेंद से बहुचर्चित ‘हैंड ऑफ गॉड’ गोल किया था, उस गेंद को उस मैच के रेफरी ने 24 लाख डॉलर में नीलाम किया है. ट्यूनीशिया के रेफरी अली बिन नासेर उस मैच में चूक गए थे कि माराडोना ने हाथ से गोल किया है. मैक्सिको में अर्जेंटीना और इंग्लैंड के बीच क्वार्टर फाइनल के इस मैच कि उस गेंद को रेफरी ने अपने पास रख लिया था.
इस 36 वर्ष पुरानी गेंद को बुधवार को लंदन में ग्राहम बड नीलामी में 20 लाख पाउंड (लगभग 23 लाख 70 हजार डॉलर) में बेचा गया. बिन नासेर ने नीलामी से पहले कहा था कि दुनिया के साथ इस गेंद को साझा करने का यह सही समय है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इसका खरीदार इसे सार्वजनिक प्रदर्शनी के लिए रखेगा.
नीलाम की गई गेंद एज़्टेक सभ्यता की वास्तुकला और भित्ति चित्रों से प्रेरित है. अर्जेंटीना और इंग्लैंड के बीच 1986 के खेल के पूरे 90 मिनट के लिए इस्तेमाल की गई थी, क्योंकि यह फुटबॉल में मल्टी-बॉल सिस्टम शुरू होने से कई साल पहले हुआ था. 1982 में फ़ॉकलैंड्स युद्ध के बाद राजनीतिक तनाव के कारण मैच में काफी संघर्ष भी दिखा था. दिवंगत माराडोना नवंबर 2020 में हृदय गति रुकने से 60 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई थी. मैच में माराडोना दौड़े इंग्लैंड के गोलकीपर पीटर शिल्टन के साथ उठे और गेंद को नेट में डाल दिया.
माराडोना ने बाद में कहा कि यह गोल “थोड़ा माराडोना के सिर से, थोड़ा भगवान के हाथ से” किया गया था. दूसरा गोल केवल 4 मिनट बाद आया, जब माराडोना ने 2002 के फीफा पोल के अनुसार “गोल ऑफ द सेंचुरी” स्कोर करने के लिए 5 अंग्रेजी खिलाड़ियों और शिल्टन को पीछे छोड़ दिया.