जय श्रीराम के नारों पर दूसरी बार भड़कीं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल वंदे मातरम के उद्घाटन समारोह में जय श्रीराम के नारे लगने से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सियासी ड्रामे ने पूरे देश को झकझोर दिया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा के निधन और अंतिम संस्कार के बाद प्रधानमंत्री ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन समारोह में जुड़ें परंतु मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सियासी ड्रामे स्वाभाविक रूप से देशवासियों को निराश किया है
पश्चिम बंगाल के हावड़ा रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन के दौरान सीएम ममता बनर्जी फिर से भड़क गईं। दरअसल, जब प्रोग्राम चल रहा था तभी कुछ लोगों ने जय श्रीराम का नारा लगा दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी वहां मौजूद थे। फिर क्या था, नारा सुनने के बाद ममता बनर्जी गुस्से में आ गईं। वो स्टेज पर जाने के बजाय एक कोने में लगी कुर्सियों पर बैठ गईं। उनके साथ राज्य के अफसर भी थे।
2021 में पीएम मोदी के सामने हो गई थीं खफा
2021 में भी ऐसा ही वाकया सामने आ चुका है। कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में जय श्रीराम के नारे लगे थे। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री लंबे अरसे बाद पीएम के साथ किसी कार्यक्रम में दिखी थीं। कार्यक्रम की शुरुआत के बाद जैसे ही ममता बनर्जी को भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया तो श्रोताओं में मौजूद कुछ लोग अचानक जय श्रीराम के नारे लगाने लगे।
ममता बनर्जी नारेबाजी से चिढ़ गईं। उन्होंने कहा कि आपने कोलकाता में प्रोग्राम किया इसके लिए आभारी हूं। लेकिन यह एक सरकारी कार्यक्रम है। कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। इसकी एक गरिमा होनी चाहिए। किसी को लोगों को आमंत्रित करके अपमानित करना अच्छा काम नहीं है। अगर आप किसी को किसी सरकारी कार्यक्रम में आमंत्रित करते हैं तो आप उसका सम्मान न करें पर अपमान तो नहीं करना चाहिए। उसके बाद वो कुछ और बोले बगैर लौट गईं। आखिर में वो केवल इतना बोलीं- जय बंगला, जय हिंद।
गौरतलब है कि शुक्रवार को पीएम मोदी खुद हावड़ा जाने वाले थे। लेकिन मांग की मृत्यु की वजह से उन्होंने वर्चुअल ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। प्रोटोकाल के तहत ममता बनर्जी को प्रोग्राम में मौजूद रहना था। वो अपने सूबे के अधिकारियों के साथ वहां पहुंची थीं। प्रोग्राम में बंगाल के गवर्नर सीवी आनंदा बोस के साथ केंद्रीय मंत्री निशिथ प्रमाणिक भी उपस्थित रहे। लेकिन ममता को वहां पर सबसे ज्यादा शुभेंदु अधिकारी की मौजूदगी अखरी। सूत्रों का कहना है कि उनके साथ आए लोगों ने ही नारेबाजी की, जिसके बाद ममता का माथा ठनक गया।
बहरहाल कार्यक्रम को संपन्न हो गया लेकिन पूरे देश में यह चर्चा का विषय बन गया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन की खबर मिलते ही घोर विरोधी राहुल गांधी नीतीश कुमार और देश के तमाम बड़े विरोधी नेताओं ने भी अपनी संवेदना व्यक्त किया वह इसे समय में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने जो किया उसका खामियाजा भविष्य में शायद उन्हें भुगतना पड़े