Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » पापुआ न्यू गिनी में भूस्खलन: 100 से अधिक लोगों की गई जान, राहत-बचाव कार्य जारी
    Breaking News Headlines

    पापुआ न्यू गिनी में भूस्खलन: 100 से अधिक लोगों की गई जान, राहत-बचाव कार्य जारी

    Devanand SinghBy Devanand SinghMay 24, 2024No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

     

    पापुआ न्यू गिनी में भूस्खलन: 100 से अधिक लोगों की गई जान, राहत-बचाव कार्य जारी
    ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्प ने बताया कि सुदूर पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है।

     

    भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है। हालांकि अधिकारियों ने इस आंकड़े की पुष्टि नहीं की है।

     

     

    राहत-बचाव कर्मी यहां लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं। कई शवों को निकाला भी जा चुका है। ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टर एबीसी ने स्थानीय लोगों के हवाले से इस घटना की जानकारी भी साझा की। काओकालम के एक शख्स ने चैनल को बताया कि लोगों के लिए राहत-बचाव कार्य काफी मुश्किल हो रहे हैं। कई भारी पत्थर, पेड़ और पौधे गिर गए हैं। इससे इमारतों को नुकसान पहुंचा और वह भी ढह गईं। इसके चलते शवों को खोजने में काफी मुश्किल आ रही है।

     

     

    एक और महिला एलिजाबेथ लारुमा ने कहा कि पास की पहाड़ी से मिट्टी और पेड़ों के गिरने से कई घर तबाह हो गए। यह उस वक्त हुआ, जब पूरा गांव गहरी नींद में था। उन्होंने कहा कि गांव के 100 से ज्यादा लोग मलबे में दबे हैं।

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleसिंधू ने यू जिन को हराया, महिला सिंगल्स वर्ग के क्वाटर्र फाइनल में पहुचीं
    Next Article राजस्थान: बाड़मेर बना दुनिया का दूसरा गर्म शहर, अलग-अलग इलाकों में 9 लोगों की मौत

    Related Posts

    मां धरती पर विधाता की प्रतिनिधि यानी देवतुल्य है

    May 10, 2025

    भारत के सैन्य दृष्टिकोण में आया बदलाव महत्वपूर्ण

    May 10, 2025

    ब्रांड मोदी से चलती है विरोधियों की भी रोजी-रोटीः प्रो.संजय द्विवेदी

    May 10, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    मां धरती पर विधाता की प्रतिनिधि यानी देवतुल्य है

    भारत के सैन्य दृष्टिकोण में आया बदलाव महत्वपूर्ण

    ब्रांड मोदी से चलती है विरोधियों की भी रोजी-रोटीः प्रो.संजय द्विवेदी

    राष्ट्र संवाद हेडलाइंस

    शादी के अगले दिन ड्यूटी पर लौटा आर्मी जवान

    बजरंग दल जमशेदपुर महानगर द्वारा जारी किया गया वक़्तव्य

    सेना पीओके छीने, पाक से बलूचिस्तान को अलग करेःसरयू राय

    विधायक पूर्णिमा साहू के प्रयास से दो सौ से अधिक लाभुकों को मिली पेंशन की सौगात, बुजुर्गों के बीच पेंशन प्रमाण पत्र का विधायक पूर्णिमा साहू ने किया वितरण

    भाजपा जमशेदपुर महानगर ने मनाई वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती, कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर किया नमन

    क्षत्रिय समाज संपूर्ण भारत में मनाया गया स्थापना दिवस

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.