झारखंड की राजनीति नयी राह पकड़ेगी, हेमंत सोरेन ही रहेंगे चेहरा
झारखंड में एक बार फिर नेतृत्व परिवर्तन !, शाम 7 बजे राजभवन जाकर चंपई सोरेन दे सकते है इस्तीफा !
गठबंधन के विधायकों की सहमति के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में वापसी कर सकते हैं हेमंत सोरेन
रांची झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन राज्य में पार्टी नीत गठबंधन के विधायकों के बीच सर्वसम्मति के बाद तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में वापसी कर सकते हैं। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गठबंधन के नेताओं और विधायकों ने यहां मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के आवास पर एक बैठक के दौरान सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायक दल का नेता चुनने का फैसला किया।
पार्टी के एक सूत्र ने कहा, ”बैठक में चंपई सोरेन की जगह हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया।”
मुख्यमंत्री के रूप में एक बार फिर शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री होंगे। झारखंड 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग होकर एक पृथक राज्य बना था।
बैठक में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के अलावा हेमंत सोरेन के भाई बसंत और पत्नी कल्पना भी मौजूद थीं।
उच्च न्यायालय द्वारा कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में जमानत दिए जाने के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तारी के लगभग पांच महीने बाद 28 जून को जेल से रिहा कर दिया गया था।
उन्होंने 31 जनवरी को अपनी गिरफ्तारी से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।