पूरे संथाल परगना प्रमंडल में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए मंथन
पूरे संथाल परगना प्रमंडल में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक दुमका पीतांबर सिंह खेरवार ने जिले के सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षक एवं सभी थाना प्रभारियों के साथ अपराध समीक्षा को लेकर बैठक किए।
इस बैठक में पुलिस उप-महानिरीक्षक, संथाल परगना क्षेत्र, दुमका, सुदर्शन प्रसाद मंडल भी हुए शामिल उन्होंने ने सभी थाना प्रभारी को संगठित अपराध की रोकथाम हेतु क्या-क्या कार्रवाई की जानी चाहिए, विधि व्यवस्था की समस्या से निपटने के टिप्स एवं कई कानूनी जानकारियां दिए।
उक्त बैठक में पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारी को लंबे समय से लंबित चले आ रहे हैं कांडों को त्वरित गति से निष्पादन करने हेतु लक्ष्य निर्धारित कर निर्देशित किए। पुलिस अधीक्षक ने विधि व्यवस्था संबंधित विषयों पर समीक्षा कर सभी पुलिस पदाधिकारी को विशेष दिशा निर्देश दिए और कहा कि
वाहन चोरी की घटना को रोकने के लिए गस्ती पार्टियों को लगातार गस्ती करने का ड्यूटी दिया गया है इसका ईमानदारी से पालन हो अन्यथा कार्रवाई की जाएगी ।महिला सुरक्षा से संबंधित भी आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया और यह कहा गया कि सभी थाना प्रभारी अपने क्षेत्र के स्कूल एवं कॉलेजों में सेमिनार आयोजित कर पोक्सो एक्ट, साइबर अपराध की रोकथाम से संबंधित जागरूकता अभियान चलाएं । एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि जिले के अंदर संगठित अपराध बर्दास्त नहीं किया जाएगा ।
वहीं प्रमंडलीय डीआईजी ने कहा कि कानूनी और तकनीकी जानकारी पुलिस अधिकारियों को रहे इसका टिप्स बताया गया और खासकर फर्जी जमानतदार का सत्यापन किया जाएगा ताकि अपराधी जो बाहर घूम रहे है उनपर कार्रवाई की जा सके । आपको बता दें कि पुलिस ने बड़ा मुद्दा टटोला है जो हरेक जिले में होता आया है और अपराधी को जेल से छुड़ाने के लिए पेशेवर जामनतदार कोर्ट में मिल जाते हैं जो चंद पैसों की खातिर अनजान अपराधियों का जमानतदार बन जाते हैं अब पुलिस ऐसे लोगों का बीबी सत्यापन कराएगी और कार्रवाई करेगी ।