उजाले की ओर बिटिया की दौड़ अभियान 50 दिनों तक नाला व जामताड़ा प्रखंडों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से चलेगा
जामताड़ा: शुक्रवार को समाहरणालय परिसर से उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी फ़ैज अक अहमद मुमताज ने हरी झंडी दिखाकर उजाले की ओर बिटिया की दौड़” — बाल विवाह उन्मूलन हेतु “उमंग” कार्यक्रम अंतर्गत नुक्कड़ नाटक अभियान का शुभारंभ किया।
मौके पर उपायुक्त ने कहा कि यह अभियान किशोरियों की शिक्षा प्राप्ति के महत्व और उससे जुड़े उनके जीवन में आने वाले सकारात्मक परिणामों को उल्लेख करेगा और साथ ही बाल विवाह के कुपरिणामों पर भी प्रकाश डालेगा।यह अभियान समुदाय स्तर पर उन सभी लोगों को जागरूक करेगा जो समुदाय तथा परिवार में प्रमुखता से विवाह सम्बंधित निर्णय लेते हैं। यह अभियान सभी माता-पिता और समुदाय को प्रेरित करेगा कि अभिभावक कम उम्र में अपनी बेटियों का विवाह ना करें साथ ही बच्चों को शिक्षा प्राप्ति के लिए प्रोत्साहन मिले I
वहीं इस मौके पर कम्युनिकेशन काॅर्डिनेटर ने बताया कि झारखण्ड में प्राथमिक और उच्च कक्षाओं में किशोरियों का विद्यालय छोड़ देना और विद्यालय तक पहुँच ना पाना बाल विवाह को बढ़ावा देने में मुख्य चिंता के विषय है| नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार, झारखण्ड में 38% विवाहित 20-24 वर्ष की महिलाओं की शादी 18 साल से पहले हो चुकी थी, जो कि देश के बाल विवाह दर 27% से भी ज़्यादा है । बताया कि गोड्डा ज़िले में बाल विवाह की दर 63.5% है जो झारखण्ड में सर्वाधिक है वहीं जामताड़ा ज़िले में 43.9% है।
जामताड़ा में 45% किशोरों 18 साल से कम उम्र का बाल विवाह हो चुका है । गोड्डा ज़िले में महिला साक्षरता दर 44% है और जामताड़ा ज़िले में 52% है। माध्यमिक विद्यालयों में केवल 40% लड़कियाँ पढ़ रही है। उच्च कक्षाओं में यह दर और कम होकर सिर्फ 20% ही रह जाती है। विद्यालय से छिजित किशोरियों में बाल विवाह की संख्या ज़्यादा है। कोविड महामारी की वजह से सभी विद्यालय बंद करने पड़े और कुछ बच्चों को काम पर भी जाना पड़ा। इस कारण उनकी सुरक्षा से जुड़ी समस्याएं और बड़ी हो गई हैं । जामताड़ा ज़िलों में बाल विवाह की दर में कमी लाने के लिए के लिए, इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन विमेन इन जिलों में “उमंग” कार्यक्रम के तहत किशोरी सशक्तिकरण और लैंगिक समानता पर काम कर रही है। “उमंग” कार्यक्रम 10-18 वर्ष की किशोरियों के साथ लिंग परिवर्तनकारी दृष्टिकोण के माध्यम से काम कर रहा है ताकि किशोरियों के जीवन कौशल में सुधार आ सके और वे उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित हो।इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है किशोरियों को सशक्त बनाना ताकि वे उच्च शिक्षा प्राप्त करें और अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठा पाएं। साथी, बदलाव फाउंडेशन और पापुलेशन कंसर्न इंटरनेशनल इस कार्यक्रम के प्रमुख हितधारक है।सशक्तिकरण और समुदाय को जागरूक करने हेतु उमंग कार्यक्रम अनतर्गत अभियान स्तर पर नुक्कड़ नाटक अभियान “उजाले की ओर बिटिया की दौड़” शुरु की जा रही है । यह अभियान लगभग 50 दिनों तक जामताड़ा जिले के नाला व जामताड़ा प्रखंडों में विभिन्न स्थानों पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से चलाया जाएगा।इस अभियान में आई.सी.आर .डबल्यू के पार्टनर है कॉन्टैक्ट बेस और स्थानीय नाटक दल – संभव कला जत्ता, देव कलामंच और प्रखण्ड कला जत्ता द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कार्यक्रम किया जाएगा।अभियान गोड्डा प्रखण्ड में 96 स्थानों और माहागामा प्रखण्ड में 55 स्थानों पर कार्यान्वित किया जायेगा। जामताड़ा ज़िले के नाला और जामताड़ा प्रखण्ड के 46 स्थानों में भी अभियान होगा। इसमें समुदाय की भूमिका भी अहम् होगी।इस मौके पर अपर समाहर्ता सुरेन्द्र कुमार,जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सविता कुमारी, नसरीन जमाल ,सक्ति घोष,श्री बिनीत झा, त्रिलोकी नाथ सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी कर्मी उपस्थित थे।