अफताब आलम के लैपटॉप पर लगे पाकिस्तानी झंडे व अफताब आलम के सम्पर्को की जांच करायी जायेगी :सिटी एसपी
जिला पुलिस की एक टीम ने नकली नोट छापने की एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर उसके संचालक आफताब आलम को गिरफ्तार किया है. वह गुलाब बाग, फेज नंबर 2, रोड नंबर 2, अहमद जमा के घर में किराएदार के रुप में रहता था. वहीं से वह फैक्ट्री का संचालन कर रहा था. उसके पास से बरामद किये गये लैपटॉप पर पाकिस्तानी झंडे का स्टीकर सटा देखकर पुलिस का माथा ठनका. कहीं ऐसा तो नहीं कि नकली नोट छापने के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं. सवाल खड़ा होता है कि अफताब किसके इशारे पर नकली नोट छाप रहा था. नकली नोट छापने की मशीन व उपकरण उसने कहां से मंगवाये. उसके पेपर कहां से लाये गये. इन तमाम बातों ने पुलिस को उलझाकर रख दिया है. सवाल उठता है कि उसके सम्बंध देश में बैन किये गये प्रतिबंधित संगठन से तो नहीं है, जिसे वह नकली नोट छापकर भेज रहा था. वह 10 रुपये से लेकर 5 सौ रुपये तक का नकली नोट छापता तो था ही, विभिन्न कॉलेजों, पॉलिटेक्निक कॉलेजो, इंजीनियरिंग कॉलेजों के फर्जी सार्टिफिकेट भी छापता था. प्रेसवार्ता में एसएसपी व सिटी एसपी ने बताया कि अफताब आलम के लैपटॉप पर लगे पाकिस्तानी झंडे व अफताब आलम के सम्पर्को की जांच करायी जायेगी.
नकली नोट तक ही नहीं पुलिस की जांच का दायर बढेगा
कहीं पाकिस्तानी एजेंसी के इशारे पर नकली नोट छाप कर भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह करने की मंशा तो वह नहीं रखता है. वैसे तो पुलिस से पूछताछ में उसने बताया है कि लॉकडाउन में नौकरी चले जाने की वजह से उसके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया था. उसने यूट्यूब में सर्च मार कर यह जाना कि नकली नोट कैसे बनाया जाता है. उसके बाद उसने नकली नोट बनाने के उपकरण जुटाए जिसमें उसके ₹80000 खर्च हुए. पिछले 6 माह से वह इस धंधे में लगा हुआ है और उसके द्वारा छापे गए नकली नोट पूरे बाजार में फैल गए होंगे इस बात का अनुमान है.
रात के अंधेरे में नकली नोट बाजार में चलाता था अफताब
इसने नकली नोट को इस कदर बनाया है कि वह पकड़ में नहीं आया और उसका लेनदेन धड़ल्ले से चल रहा था. वैसे तो पूछताछ में उसने बताया है कि वह केवल नकली नोट से 40 से 50 हजार रुपये ही कमा पाया है. लेकिन इसमें सच्चाई कम दिखती है. पकड़े गए अफताब आलम ने कहा है कि वह पिछले 1 माह से यह कारोबार कर रहा है. लेकिन पुलिस की जांच के बाद ही इस बात का पता चल पाएगा कि वह इस धंधे में कितने दिनों से जुड़ा हुआ है. अब तक उसने कितने नोट छाप कर प्रचलन में पहुंचा दिया है. जमशेदपुर के सीनियर एसपी डॉक्टर तमिल वानन और सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने एक प्रेस वार्ता कर बताया कि उसके खाते व जमा रुपये के बारे में पूरी जांच की जायेगी. नकली नोट से उसने अब तक कितनी प्रोपॉर्टी बनायी है, इसकी जांच भी करायी जायेगी.