विश्व भोजपुरी विकास परिषद् के जागरूकता सह होली मिलन समारोह मे संभावित विषय पर चर्चा परिचर्चा हुई जिसमे शहर के सभी गणमान्य लोगों ने सहमति व्यक्त करते हुए सहयोग करने का आश्वासन दिया//
1) मातृभाषा के रूप में भोजपुरी भाषा को
जागरूक एवम संगठित करना।
2)राज्य में द्वितीय राज्य भाषा का दर्जा के लिए पत्राचार करना एवम आंदोलन करना ।
3) भाषा को संविधान के आठवी अनुसूची में शामिल करने हेतु केंद्र सरकार से मांग करना एवम सभी सांसद, मंत्रियों संग मिल ,विषय पर जोरदार आवाज उठाने और शामिल कराने का सतत प्रयास करना।
4) जनगणना के लिए जो फॉर्म मिलेगा उसमें राष्ट्र भाषा एवम मातृभाषा के अलग-अलग कलम है। उसमे राष्ट्रभाषा के जगह हिंदी भाषा और मातृभाषा के जगह भोजपुरी भाषा को लिखने हेतु जागरूक करना।
5)केंद्र सरकार के नयी शिक्षा नीति में कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के बच्चों को मातृभाषा में पढ़ाने की अनिवार्यता है। भोजपुरी भाषा को सभी विधालयो के पाठ्यक्रम में शामिल हो ताकि भोजपुरी भाषी बच्चों में जागरूकता आए ।
6)ट्रेन सम्बंधित निम्न मांग जिसपर अविलम्ब शुरू करवाने है
A)दक्षिण बिहार ट्रेन जो दुर्ग से राजेंद्र नगर जाती है उसे बक्सर तक चलाने की लंबी मांग की जा रही है इसपर जोर देकर शुरू कराने का प्रयास किया जाय।
B)टाटा छपरा ट्रेन को गोरखपुर तक अतिशीघ्र करने की मांग ।
C) गोरखपुर शालीमार ट्रेन जो साप्ताहिक है उसे सप्ताह में तीन दिन अनिवार्य करे ।
7) भोजपुरी भाषा को जागरूक करने के लिए एक भवन का निर्माण ।
8) झारखण्ड राज्य में फ़िल्म सिटी का निर्माण हो ताकि क्षेत्रीय भाषा की बन रही फिल्मे जैसे भोजपुरी, नागपुरी,संथाली,खोरठा,हो भाषा के बन रही फिल्मो में स्थानीय युवको को रोजगार और प्रतिभा निखारने का अवसर मिलेगा एवं क्षेत्रीय भाषा भी समृद्ध होगी ।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि पूर्वी के विधायक श्री सरयू राय जी ने कहा कि भोजपुरी खातिर हमार तन मन धन समर्पित बा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि के रूप में त चुनाइल बानी लेकिन खून भोजपुरिया ह और उ खातिर हम सदैव तैयार बानी,मंच पर उपस्थित डाक्टर अजय कुमार ने कहा कि भोजपुरी समाज से मिलल प्यार हमरा जीवन मे कभी ना भुलाई आनंदविहारी दुबे जी ने कहा कि भोजपुरी समाज के उथान खातिर हम आपन जीवन सर्वस्व न्योछावर कइले बानी और जरूरत पड़ी त ई मंच से फेर तैयार होखे ई आखाडा में उतर के जवन रूप में जरूरत पड़ी त आंदोलन करे खातिर तैयार बानी और हमेशा रहब चन्द्रगुप्त सिंह ने कहा कि कुँवर सिंह के पावन धरती से उठल भाषा के मान सम्मान खातिर हमनी के फेर से वीर कुंवर सिंह के रूप में उतर के आंदोलन कइल जाई कार्यक्रम में फगुआ गायन भी हुआ जिसमें होली खेले रघुबीरा अवध में ….से शुरू हुआ तो कन्हैया घरे आजु खेले होरी …से चलकर होली शारा शारा.. से कार्यक्रम फगुआमय हो गया कार्यक्रम में अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी जी ने किया जबकि संचालन अप्पू तिवारी ने किया जबकि धन्यबाद मिथिलेश श्रीवास्तव जी किया