भारतीय सेना ने लाहौर में वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट किया, पाकिस्तान का हमला किया नाकाम
नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके उत्तरी और पश्चिमी भारत में 15 जगहों पर हमला करने की पाकिस्तानी सेना की कोशिशों को विफल कर दिया और जवाबी कार्रवाई में लाहौर में एक पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया।
व्यापक संघर्ष की आशंका के बीच दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया है।
रक्षा एवं सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी हमलों को विफल करने के लिए एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और एकीकृत मानवरहित विमान रोधी प्रणाली का इस्तेमाल किया गया।
आज सुबह अपनी प्रतिक्रिया में भारत ने कामिकेज़ ड्रोन दागे और लाहौर में पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया।
उसने कहा कि इन्हें एकीकृत काउंटर मानवरहित विमान प्रणाली (ग्रिड और वायु रक्षा प्रणाली) द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया।
इसमें कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया तथा लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को “निष्प्रभावी” कर दिया।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को निशाना बनाने का प्रयास किया।
पाकिस्तान ने यह कोशिश ऐसे समय की है जब बुधवार को भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत ने अपनी आतंकवाद विरोधी प्रतिक्रिया को “केंद्रित, नपी-तुली और बिना उकसावे वाली” बताया तथा कहा कि इसमें पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया।
इसमें कहा गया, “यह भी दोहराया गया कि भारत में सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का उचित जवाब दिया जाएगा।”
मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, “आज सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया। पाकिस्तान के दुस्साहस का जवाब उसी प्रबलता के साथ दिया गया।”
इसमें कहा गया, “विश्वसनीय रूप से यह पता चला है कि लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया गया है।”
मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी तोपों का उपयोग करते हुए नियंत्रण रेखा पर अपनी अकारण गोलीबारी तेज कर दी है।
मंत्रालय ने कहा, “पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई है।”
बयान में कहा गया है कि यहां भी भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और तोपखाने की गोलीबारी रोकने के लिए जवाब देने के लिए बाध्य होना पड़ा।
मंत्रालय ने कहा, “भारतीय सशस्त्र बल तनाव न बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, बशर्ते पाकिस्तानी सेना इसका सम्मान करे।”
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के व्यापक संघर्ष का रूप अख्तियार करने की आशंकाओं के बीच बृहस्पतिवार को कहा कि भारत की संप्रभुता की रक्षा में कोई भी सीमा बाधा नहीं बनेगी और राष्ट्र ऐसी प्रतिक्रियाओं के लिए पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा ही अत्यंत संयम बरतते हुए एक जिम्मेदार राष्ट्र की भूमिका निभाई है और वह बातचीत के जरिये मुद्दों को सुलझाने में विश्वास रखता है।
रक्षा मंत्री ने कहा, “हालांकि, अगर कोई इस संयम का फायदा उठाने की कोशिश करेगा, तो उसे कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।”
उन्होंने देश को भरोसा दिलाया कि भारत की संप्रभुता की रक्षा की दिशा में कोई भी सीमा बाधा नहीं बनेगी।
राजनाथ ने कहा, “हम भविष्य में भी इस तरह की प्रतिक्रियाओं का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”