*∆ उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री फ़ैज अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से.) की अध्यक्षता में अवैध खनन एवं अवैध खनिज परिवहन तथा व्यापार की रोकथाम हेतु जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स आहूत बैठक संपन्न*
*∆ यदि किसी अंचल/ थाना में बालू का अवैध उत्खनन पाया गया उसकी पूर्ण जिम्मेवारी संबंधित अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी की होगी – उपायुक्त*
*∆ नाला थाना क्षेत्र अंतर्गत ईसीएल पांडेश्वर क्षेत्र में अब तक 30 गढ्ढों की हुई डोजरिंग, शेष अवैध गढ्ढों की डोजरिंग शीघ्र करने का निर्देश*
आज दिनांक 23.08.2022 को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री फ़ैज अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से.) की अध्यक्षता में अवैध खनन एवं अवैध खनिज परिवहन तथा व्यापार की रोकथाम हेतु गठित जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स की बैठक आहूत की गई।
*अवैध खनन को रोकने हेतु ईसीएल पांडेश्वर क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाने सहित अन्य दिशा निर्देश मिले*
बैठक में नाला थाना क्षेत्र अंतर्गत पांडेश्वर क्षेत्र, सर्वश्री ईसीएल के बंद पड़े खदानों में अवैध कोयला खनन के फलस्वरूप बने गढ्ढों की भराई के बारे में उपायुक्त द्वारा जीएम पांडेश्वर से जानकारी ली गई। उन्होंने उपायुक्त को बताया कि अब तक 30 गड्ढों की भराई की जा चुकी है और आगामी 10 सितंबर से पुनः गढ्ढों की डोजरिंग की जायेगी। उपायुक्त द्वारा जीएम को निर्देश दिया गया छोटे छोटे पार्ट में गड्ढों की डोजरिंग करवाएं। एक बार में अच्छे से गड्ढों को भर दें फिर उसे सरकार को सरेंडर कर दें। अवैध खनन को लेकर अवैध तरीके से बनाए मुहानों के कारण कई तरह की समस्याएं होती हैं, दुर्घटना आदि होते रहते हैं। वहीं उन्होंने इसे रोकने हेतु स्थानीय थाना से समन्वय स्थापित करते हुए अवैध खनन को रोकने हेतु मॉनिटरिंग करने तथा खनन क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ाने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिया। साथ ही कहा कि अगर इस संबंध में लापरवाही के कारण किसी तरह की दुर्घटना होती है तो पूर्ण जिम्मेवारी कोलियरी प्रबंधन पांडेश्वर क्षेत्र की होगी। वहीं उन्होंने स्थानीय लोगों को कोयला का अवैध खनन नहीं करने हेतु जागरूक करने का भी निर्देश दिया।
*खनन क्षेत्रों में पौधारोपण करने का निर्देश*
वहीं बैठक में उपायुक्त द्वारा वन क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले कोयला के अवैध खनन के फलस्वरूप बने गड्ढों को पूर्ण रूप से भराई करना सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया, साथ ही खनन क्षेत्रों में आवश्यक रूप से पौधारोपण करने हेतु निर्देश दिया गया।
*एनजीटी एक्ट के तहत आगामी 15 अक्टूबर तक अवैध बालू खनन पर रोक*
उपायुक्त द्वारा बताया गया एनजीटी एक्ट द्वारा 10 जून से आगामी 15 अक्टूबर तक बालू खनन पर पूर्णतः रोक है। जिसके लिए उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को लगातार औचक निरीक्षण कर जब्त बालू एवं गाड़ी को सीज कर एवं आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एक भी ट्रैक्टर के द्वारा अवैध रूप से बालू का खनन परिवहन नहीं हो इसे सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अगर किसी अंचल/ थाना में बालू का अवैध उत्खनन पाया गया उसकी पूर्ण जिम्मेवारी संबंधित अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी की होगी
*कोयला संप्रेषण हेतु वाहन चालान की अवधि 02 घंटा करने का मिला निर्देश*
वहीं एसपी माइंस चितरा से रेलवे साइडिंग जामताड़ा तक कोयला प्रेषण की समीक्षा उपायुक्त द्वारा की गई। उन्होंने कहा कि औचक निरीक्षण में उदलबनी एवं शिमलागढ़ा में टिपरों से कोयला उतारते पाया गया, जिस पर महाप्रबंधक एसपी माइंस चितरा के द्वारा वाहन मालिक, चालक एवं संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई। उन्होंने कोयला की चोरी ना हो इसके लिए औचक निरीक्षण करते रहें तथा तिरपाल से ढक कर ही कोयला परिवहन करने हेतु निर्देश दिया। वहीं कोयला प्रेषण हेतु निर्गत परिवहन चालान की वैधता 2 घंटा करने हेतु निर्देश दिया गया।
*अवैध खनन एवं परिवहन के कई मामलों में हुई कार्रवाई*
बैठक में जानकारी दी गई कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में कोयला के अवैध खनन, अवैध खनिज परिवहन एवं व्यापार की रोकथाम से संबंधित कुल 15 मामले सामने आए, जिसमे सभी संबंधित मामलों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं पत्थर के अवैध खनन परिवहन एवं व्यापार की रोकथाम हेतु कुल 17 मामले सामने आए तथा 14 मामलों में खनिज मूल्य की दुगुनी राशि एवं बालू खनिज के अवैध खनन हेतु कुल 07 मामले सामने आए जिसमे 05 मामलों में प्राथमिकी तथा 02 मामलों में खनिज मूल्य की दुगुनी राशि वसूल किया गया।
*जिला परिवहन पदाधिकारी को वाहन जांच तेज करने का निर्देश*
उपायुक्त ने अवैध खनन पर सख्ती से कार्रवाई करने का निर्देश दिया उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी को प्रतिदिन वाहन जांच करने का निर्देश दिया साथ ही ईसीएल चितरा से रेलवे साइडिंग में कोयला ढुलाई में प्रयुक्त वाहनों के कागजातों, नंबर प्लेट, डंफर आदि के जांच हेतु जिला परिवहन पदाधिकारी को लगातार चेकिंग अभियान चलाएं एवं नियमानुसार सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
*रानी सती मंदिर से सदर अस्पताल तक स्ट्रीट लाइटिंग एवं रेलवे साइडिंग में शेड, पानी तथा शौचालय की व्यवस्था करने का निर्देश*
वहीं उपायुक्त के द्वारा जीएम से सीएसआर मद के तहत किए जाने वाले कार्यों की भी जानकारी ली गई। उन्होंने निर्देश दिया कि रानी सती मंदिर से सदर अस्पताल तक स्ट्रीट लाइटिंग करवाने हेतु निर्देश दिया। वहीं रेलवे साइडिंग में शेड निर्माण सहित मूलभूत सुविधाएं पानी एवं शौचालय की व्यवस्था अविलंब करवाने हेतु निर्देश दिया।
*इनकी रही उपस्थिति*
इस मौके पर वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री बनकर अजिंक्य देवीदास, अपर समाहर्ता श्री सुरेन्द्र कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी श्री संजय पांडेय, जिला परिवहन पदाधिकारी श्री अजय तिर्की, जिला खनन पदाधिकारी श्री दिलीप कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नाला, महाप्रबंधक ईसीएल पांडेश्वर, डिप्टी कमांडेंट सीआईएसएफ, एसपी माइंस चितरा प्रतिनिधि, सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
∆ *उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा. प्र.से) की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में टी बी मरीजों को सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत अतिरिक्त सहायता हेतु स्टेकहोल्डर के चयन सहित अन्य बिंदुओं पर आहूत बैठक संपन्न*
आज दिनांक 23.08.2022 को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से) की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में टी बी मरीजों को सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत अतिरिक्त सहायता हेतु स्टेकहोल्डर के चयन सहित अन्य बिंदुओं पर विचार विमर्श हेतु बैठक आहूत किया गया।
बैठक में उपायुक्त द्वारा संबंधित पदाधिकारी से विगत बैठक में दिए निर्देश के आलोक में की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली।
बैठक में सिविल सर्जन एवं जिला यक्ष्मा पदाधिकारी के द्वारा जानकारी दी गई कि जिले में कुल 633 टी बी से ग्रसित मरीज हैं जो 4 स्वास्थ्य प्रखंडों में यथा जामताड़ा 198, नाला 155, कुंडहित 156 एवं नारायणपुर में 114 हैं। जिन्हें वर्तमान में इलाज के दौरान प्रतिमाह डीबीटी के माध्यम से 500 रुपए भेजा रहा है एवं साथ ही उन सभी का निःशुल्क इलाज, विभिन्न प्रकार के जांच, आवश्यक दवाई आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2025 तक टीबी का उन्मूलन हो जाए। वहीं स्टेकहोल्डर के चयन को लेकर उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी के साथ विमर्श किया जिसमें सिविल सर्जन के द्वारा बताया गया कि जिसमें प्रावधान के अनुसार एक साल की अवधि और कम से कम एक हेल्थ ब्लॉक में ट्रीटमेंट, न्यूट्रीशन सपोर्ट, रोजगार आदि के सपोर्ट आदि की सुविधा उपलब्ध कराएगी। जिस पर उपायुक्त द्वारा संबंधित विस्तृत प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
वहीं बैठक में बताया गया कि पोस्टमार्टम हाउस में विद्युत नहीं रहने के कारण वर्तमान में रात्रि में पोस्टमार्टम करने में असुविधा होती है साथ ही सांप आदि जहरीले कीड़े मकोड़े निकलते रहने से भय का माहोल रहता है। इस पर उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को कार्यपालक अभियंता से एस्टीमेट बनवाते हुए सीएसआर मद से पोस्टमार्टम हाउस के पूर्णतः विद्युतीकरण को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। वहीं उपायुक्त द्वारा सिविल सर्जन से सदर अस्पताल हेतु आवश्यक मेडिकल उपकरण की आवश्यकता को लेकर आकलन करते हुए सीएसआर मद से उक्त सामग्रियों की आपूर्ति हेतु एसपी माइंस चितरा को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त श्री अनिलसन लकड़ा, जिला योजना पदाधिकारी श्री पंकज कुमार तिवारी, सिविल सर्जन डॉ एस के मिश्र, जिला कल्याण पदाधिकारी श्री उत्तम कुमार भगत, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी श्री राहुल प्रियदर्शी, श्री ओम कृष्ण ठाकुर सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
*===================*
????????????????????????????
*टीम पीआरडी जामताड़ा*
[23/08, 4:43 PM] Akshay Ji Apro Jmt: ‼️ *सूचना भवन* ‼️
▪️▫️▪️▫️▪️▫️▪️▫️
???? *जिला जनसंपर्क कार्यालय, जामताड़ा* ????
*==================*
*प्रेस विज्ञप्ति*
*माह: अगस्त “2022*
*दिनांक:-23/08/2022*
*===================*
∆ *उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा. प्र.से) की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में टी बी मरीजों को सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत अतिरिक्त सहायता हेतु स्टेकहोल्डर के चयन सहित अन्य बिंदुओं पर आहूत बैठक संपन्न*
आज दिनांक 23.08.2022 को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से) की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में टी बी मरीजों को सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत अतिरिक्त सहायता हेतु स्टेकहोल्डर के चयन सहित अन्य बिंदुओं पर विचार विमर्श हेतु बैठक आहूत किया गया।
बैठक में उपायुक्त द्वारा संबंधित पदाधिकारी से विगत बैठक में दिए निर्देश के आलोक में की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली।
बैठक में सिविल सर्जन एवं जिला यक्ष्मा पदाधिकारी के द्वारा जानकारी दी गई कि जिले में कुल 633 टी बी से ग्रसित मरीज हैं जो 4 स्वास्थ्य प्रखंडों में यथा जामताड़ा 198, नाला 155, कुंडहित 156 एवं नारायणपुर में 114 हैं। जिन्हें वर्तमान में इलाज के दौरान प्रतिमाह डीबीटी के माध्यम से 500 रुपए भेजा रहा है एवं साथ ही उन सभी का निःशुल्क इलाज, विभिन्न प्रकार के जांच, आवश्यक दवाई आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2025 तक टीबी का उन्मूलन हो जाए। वहीं स्टेकहोल्डर के चयन को लेकर उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी के साथ विमर्श किया जिसमें सिविल सर्जन के द्वारा बताया गया कि जिसमें प्रावधान के अनुसार एक साल की अवधि और कम से कम एक हेल्थ ब्लॉक में ट्रीटमेंट, न्यूट्रीशन सपोर्ट, रोजगार आदि के सपोर्ट आदि की सुविधा उपलब्ध कराएगी। जिस पर उपायुक्त द्वारा संबंधित विस्तृत प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
वहीं बैठक में बताया गया कि पोस्टमार्टम हाउस में विद्युत नहीं रहने के कारण वर्तमान में रात्रि में पोस्टमार्टम करने में असुविधा होती है साथ ही सांप आदि जहरीले कीड़े मकोड़े निकलते रहने से भय का माहोल रहता है। इस पर उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को कार्यपालक अभियंता से एस्टीमेट बनवाते हुए सीएसआर मद से पोस्टमार्टम हाउस के पूर्णतः विद्युतीकरण को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। वहीं उपायुक्त द्वारा सिविल सर्जन से सदर अस्पताल हेतु आवश्यक मेडिकल उपकरण की आवश्यकता को लेकर आकलन करते हुए सीएसआर मद से उक्त सामग्रियों की आपूर्ति हेतु एसपी माइंस चितरा को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त श्री अनिलसन लकड़ा, जिला योजना पदाधिकारी श्री पंकज कुमार तिवारी, सिविल सर्जन डॉ एस के मिश्र, जिला कल्याण पदाधिकारी श्री उत्तम कुमार भगत, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी श्री राहुल प्रियदर्शी, श्री ओम कृष्ण ठाकुर सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।