इतिहास विभाग एवं शिक्षक संघ ने इतिहास विभागाध्यक्ष को दी विदाई
शिक्षक और छात्र ही समृद्ध राष्ट्र के मुख्य निर्माता : डॉ राम अकबाल सिंह
बिहार उप ब्युरो चन्दन शर्मा की रिपोर्ट
बेगूसराय : जीडी कॉलेज के इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ राम अकबाल सिंह के सेवानिवृत्ति के अवसर पर विदाई सह सम्मान समारोह आयोजित किया गया l सर्वप्रथम इतिहास विभाग के शिक्षकों के द्वारा विभाग में केक काटते हुए गीता एवं मोमेंटो भेंट कर उन्हें भावभीनी विदाई दी गई l तदोपरांत दिनकर सभागार में शिक्षक संघ की ओर से विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया l कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद सिंह ने किया l इस अवसर पर डॉ राम अकबाल सिंह ने कहा कि अपने 32 वर्षों के सेवाकाल में मैंने छात्रों और शिक्षकों को सबसे ऊपर माना क्योंकि यह दो आधार स्तंभ ही किसी भी संस्थान को उत्कृष्टता प्रदान करते हैं l इनके मेहनत और लगन के दम पर ही किसी संस्थान का पताका लहरता है l इसलिए महाविद्यालय के आखरी संबोधन में इन्होंने सभी को एक शपथ दिलाते हुए कहा कि आप जीवन पर्यंत शिक्षा से जुड़े रहे और अपने संस्थान तथा समाज के विकास को गति प्रदान करते रहे l इन्हें विदाई देते हुए प्राचार्य डॉ राम अवधेश कुमार ने कहा कि आज महाविद्यालय अपने सामरिक ताकत को खो रहा है क्योंकि डॉक्टर राम अकबाल सिंह की अनुपस्थिति में महाविद्यालय अपने आप को बलहीन महसूस करता है l इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने उन्हें शुभकामना एवं दीर्घायु जीवन की कामना करते हुए विदाई दी l शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद सिंह एवं डॉक्टर अंजनी कुमार ने कहा कि शिक्षक संघ हमेशा से यह प्रयास करता रहा है कि महाविद्यालय में बेहतर शिक्षण का माहौल बने और इस कार्य में सभी शिक्षकों का योगदान सर्वाधिक महत्वपूर्ण है l इस कार्य में डॉक्टर राम इकबाल सिंह ने जिस तन्मयता और कर्तव्य निष्ठा का प्रदर्शन किया वह वर्तमान पीढ़ी के लिए अनुकरणीय विषय है l संबोधन करते हुए डॉ कमलेश कुमार एवं डॉ शशिकांत पांडे ने डॉ राम अकबाल सिंह के जीवन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का जिक्र किया एवं उनके सादगी पूर्ण जीवन शैली के बारे में सबों को अवगत कराया l डॉ शहर अफरोज ने भी डॉ राम अकबाल सिंह के महाविद्यालय के विभिन्न प्रशासनिक दायित्व के कुशल प्रबंधन की भूरि भूरि प्रशंसा की l प्रोफेसर अनिल कुमार ने भी डॉक्टर राम इकबाल सिंह के जीवन से मिले सीख का बखान किया l इस अवसर पर इतिहास विभाग के शिक्षक डॉ अभिमन्यु प्रसाद ने बहुत ही शायराना एवं श्रद्धापूर्ण शब्दों में मंच संचालन किया l इसके उपरांत शिक्षक संघ एवं छात्र संगठनों के द्वारा उन्हें अंग वस्त्र , गीता ब्रीफकेस इत्यादि सामग्री से सम्मानित किया गया l अतिथि शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने भी इन्हें सम्मानित कर वानप्रस्थ आश्रम में प्रवेश की शुभकामनाएं दी l इसके साथ ही डॉ राम अकबाल सिंह के व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं से संबंधित एक पत्रिका का विमोचन भी किया गया l अंत में हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विपिन चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए यह कहा कि आज हमारा मन एक ओर प्रफुल्लित है वहीं दूसरी ओर हम उन्हें अश्रु पूरित नयनों से इन्हें विदाई भी दे रहे हैं किंतु हमारा प्रेम जीवन भर बनी रहे इन्हीं शुभकामनाओं के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई l कार्यक्रम में सेवानिवृत्त शिक्षक डॉ राघवेश मिश्र, डॉक्टर शिव शंकर सिंह, डॉ गणेश प्रसाद सिंह, इतिहास के नए विभागाध्यक्ष कृष्ण कुमार, डॉ राकेश रोशन ,जितेंद्र कुमार ,प्रकाश कुमार, अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर प्रेम विजय ,प्रोफेसर आरूनी कुमार ,हिंदी के डॉक्टर अभिषेक कुंदन , श्रवसुमी मंजू कुमारी ,वाणिज्य विभाग के नवीन कुमार , केतन कुमार, ज्योति कुमारी , मुकेश कुमार ,सतीश तिवारी, भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉक्टर नौशाद आलम ,डॉ उपेंद्र कुमार ,विजय कुमार दुबे ,रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ भूपेंद्र कुमार, उत्तम कुमार, प्रियंका कुमारी ,रजनीश कुमार ,संग्रहालय अध्यक्ष डॉ कुंदन कुमार ,प्राचीन भारतीय इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ चंद्रभूषण प्रसाद सिन्हा ,भूगोल विभाग अध्यक्ष सुनील कुमार, रीना कुमारी ,मोहम्मद जफर ,संजीव कुमार, राजीव कुमार, कल्याणेश्व अग्रवाल, अजित कुमार, एनएसएस के अध्यक्ष पीयूष कुमार, सोनू कुमार, मोहम्मद फारुख, राहुल ,आदित्य ,धर्म पत्नी डॉक्टर पूनम सिन्हा पुत्र एवं पुत्रवधू सहित कई शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मी एनएसएस स्वयं सेवक एवं छात्र छात्रा मौजूद थे l