मंत्री स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन, झारखण्ड ने उपायुक्त, एसएसपी, सिविल सर्जन व स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी तथा जिले के निजी चिकित्सा संस्थान के संचालकों के साथ परिसदन में किया बैठक, जिले में उपलब्ध चिकित्सीय संसाधनों की समीक्षा करते हुए दिए आवश्यक दिशा निर्देश
जांच का दायरा बढ़ाने की आवश्यकता, RAT, RT-PCR व True Nat तीनों विकल्पों का करेंगे भरपूर इस्तेमाल- बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड
माननीय मंत्री ने कहा- कोरोना से लड़ाई में निजी अस्पतालों की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता, आम नागरिकों की सुविधा का ध्यान रखते हुए अस्पताल में उपलब्ध बेड, इलाज का दर आदि आवश्यक जानकारी को करें डिस्प्ले
माननीय मंत्री ने अपने विधायक निधि से जिला प्रशासन को 10 लाख रुपए कोरोना मरीजों के लिए आधारभूत संरचना निर्माण के लिए दिए
बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण के दूसरे चक्र को देखते हुए परिसदन, जमशेदपुर में माननीय मंत्री स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन, झारखण्ड सरकार श्री बन्ना गुप्ता ने जिला उपायुक्त, एसएसपी, सिविल सर्जन व स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी तथा जिले के निजी चिकित्सा संस्थान के संचालकों के साथ बैठक कर जिले में उपलब्ध चिकित्सीय संसाधनों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए । बैठक में मुख्य रूप से कोरोना मरीजों के इलाज़ हेतु आइसोलेसन वार्ड बढ़ाने, निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज हेतु व्यवस्था सुनिश्चित करने पर चर्चा की गई। माननीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि आपदा को अवसर में बदलकर अर्थ दोहन करने वाले निजी अस्पताल/नर्सिंग होम पर सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी । उन्होने कहा कि यह समय मानव कल्याण में हम सभी के समुचित भागीदारी का है ऐसे में कोरोना के इलाज के नाम पर निजी अस्पताल मुद्रादोहन ना करें बल्कि जनकल्याण में अपनी भागीदारी निभायें अन्यथा क्लिनिकल एस्टेबलिशमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए वैसे चिकित्सकीय संस्थानों का निबंधन रद्द करने की कार्रवाई की जायेगी । उन्होने सभी अस्पताल संचालकों को कोरोना के इलाज हेतु उपलब्ध बेड, इलाज का रेट चार्ट के साथ ही मरीजों का बुलेटीन डिस्प्ले करने के निर्देश दिए । साथ ही जिला प्रशासन को निजी अस्पतालों में नोडल पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति का निर्देश देते हुए प्रतिदिन अस्पतालों से डिस्चार्ज मरीज, उपलब्ध बेड व अन्य आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता का दैनिक प्रतिवेदन जिला मुख्यालय में समर्पित करने का निर्देश दिया गया । माननीय मंत्री ने सभी अस्पताल प्रबंधन को कोविड मरीजों व उनके तीमारदारों का आधार नंबर लेने के निर्देश देते हुए जिला प्रशासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये ताकि डाटा मॉनिटरिंग किया जा सके तथा डिस्चार्ज के बाद प्लाज्मा डोनेशन हेतु ससमय सेवा ली जा सके । साथ ही अस्पताल प्रबंधन को माइल्ड व एसिम्प्टोमेटिक कोरोना मरीजों की नियमित समीक्षा करते हुए होम आईसोलेशन में शिफ्ट कराने का निर्देश दिया गया ।
माननीय मंत्री ने कहा कि जांच का दायरा बढ़ाने की आवश्यकता है, जिसको देखते हुए RAT, RTPCR व True Nat इन तीनों विकल्पों का भरपूर इस्तेमाल करते हुए ज्यादा से ज्यादा कोविड-19 जांच करने का निर्देश दिया गया है ताकि सही समय पर जांच करते हुए कोरोना संक्रमण के प्रसार पर रोकथाम लगाया जा सके । साथ ही बैकलॉग कोविड-19 जांच को 4 अधिग्रहित निजी लैब की मदद लेते हुए पूरा करने हेतु निदेशित किया गया । बंद पड़े मेडिका अस्पताल को 80 बेड के वेंटिलेटर व ऑक्सीजन युक्त बेड के साथ जल्द शुरू करने पर विमर्श किया गया । इसके अलावा जादूगोड़ा यूसील में भी 30 बेड कोरोना मरीजों के लिए उप्लब्ध होने की जानकारी बैठक में दी गई। माननीय मंत्री ने कहा कि टीएमएच, टाटा मोटर्स, उमा सुपर स्पेसियलिटी तथा अन्य निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाने का निर्देश दिया गया है । उन्होंने कहा कि कोरोना का दूसरा चक्र काफी खतरनाक है ऐसे में राज्य सरकार सभी झारखंडवासियों की सुरक्षा को लेकर काफी सजग है वहीं लोगों से भी अपील करते हुए उन्होने कहा कि अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क का इस्तेमाल करें तथा आवश्यक रूप से सामाजिक दूरी के नियमों का अनुपालन करें । माननीय मंत्री ने अपने विधायक निधि से जिला प्रशासन को 10 लाख रुपए कोरोना मरीजों के लिए आधारभूत संरचना निर्माण के लिए दिए हैं ।