जयपुर। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को कर्मयोगी की तरह काम करना चाहिए। उन्हें राष्ट्र निर्माण का संकल्प लेकर काम करना चाहिए, ताकि वे भी देश की उन्नति में स्वयं को भागीदार मानते हुए गर्व कर सके।
शेखावत शुक्रवार को केन्द्र सरकार की ओर से आयोजित रोजगार मेले की कड़ी में तीसरे चरण के मेले के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी में आने के बाद सामान्यतया युवक यह सोच बैठते हैं कि उनका प्रमोशन टाइम पर अपने आप होगा। इससे काम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता कम होती है। इसे समाप्त करने के लिए जरूरी है कि सरकारी कर्मचारी कर्मयोगियों की तरह काम करें। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वामी विवेकानंद के एक वाक्य को सबसे ज्यादा उद्धृत करते हैं कि योगी की तरह काम करो और जगत कल्याण के लिए काम करो। इसलिए सरकारी कर्मचारियों में यह भाव सदैव बना रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज देश आजादी के अमृत काल से गुजर रहा है। इस समय नौकरी प्राप्त कर रहे युवा सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें देश के लिए बलिदान के बजाय योगदान देने का अवसर मिल रहा है। इसलिए राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ काम करें।
मोदी सरकार ने शुरू की काम की नई परिपाटी
शेखावत ने कहा कि देश के आजादी के बाद से सरकारों ने संसाधनों के अभाव में काम किया।इसलिए सरकारी कर्मचारियों की भी वैसे ही काम करने की आदत हो गई थी, लेकिन अब मोदी सरकार ने प्रचुरता के साथ काम करने की नई पद्धति प्रारंभ की है। इसके चलते जिस तरह से परिदृश्य बदला है। आज पूरा विश्व भारत की तरफ आशा की दृष्टि से देख रहा है। इस सब के पीछे पीएम मोदी की प्रबल इच्छा शक्ति और दृढसंकल्प है कि मुझे नया शक्तिशाली व सम्पन्न देश बनाना है। भारत सरकार सुनियोजित रूप से विभिन्न संस्थानों में सहजता और सुगमता के साथ निरंतर रोजगार मुहैया करवा रही है।
राजस्थान की धरती पर नौकरियों को अभिशाप लगा
केन्द्रीय मंत्री ने राजस्थान सरकार के भर्ती तंत्र पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि यहां की धरती पर नौकरियों को अभिशाप लग गया है। पिछले चार साल के कालखंड में 18 प्रतियोगी परीक्षाएं हुई और सभी के पेपर लीक हुए। युवक अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मेहनत करता है। उसके साथ उसके परिवार जन भी पुरूषार्थ करते हैं, लेकिन जब नकल होने और पेपर आउट होने जैसी परिस्थितियां बनती है तो निराशा का भाव और आक्रोश दोनों ही उत्पन्न होता है, लेकिन इस सब के विपरीत भारत सरकार ने सरकार और गैर सरकारी संस्थानों में रोजगार के अवसर सृजित किए।
मुद्रा लोन ने युवाओं की दिशा बदली
शेखावत ने कहा कि मोदी सरकार ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया और मुद्रा लोन योजना की शुरूआत की। इसका लाभ लाखों युवाओं ने उठाया। मुद्रा लोन ने युवकों के जीवन में नई रोशनी का काम किया। उनके जीवन की दिशा बदली। महिला सशक्तीकरण पर काम किया। अब स्टार्टअप्स तेज गति से बढ़ रहे हैं। तीन लाख करोड़ का निवेश एक साल में स्टार्टअप में हुआ। स्टार्टअप की संख्या अस्सी हजार को पार कर गई। ऐसे में दूसरे रोजगार के दूसरे अवसर भी खुले हैं। ड्रोन तकनीक, हाइड्रोजन और सेमी कंडक्टर आदि पर काम हो रहा है। इनमें रोजगार के नए रोजगार के अवसर सृजन हो रहा है।
कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री कालीचरण सर्राफ, विधायक निर्मल कुमावत और अशोक लाहोटी आदि भी मौजूद रहे।