अग्निपथ योजना के विरोध में धू धू जल रहा है संपूर्ण मगध : के एन त्रिपाठी
मेदिनीनगर, 18 जून
केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में देश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर विचार विमर्श एवं इसका उपयुक्त निदान ढ़ूंढ़ने के लिए मगध फाउण्डेशन की कार्यकारिणी समिति की आपात बैठक हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुए झारखंड सरकार के भूतपूर्व मंत्री एवं इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा मगध फाउण्डेशन के संस्थापक अध्यक्ष के एन त्रिपाठी ने कहा कि केन्द्र सरकार की बिना सोचे समझे लाई गई अग्निपथ योजना के विरोध में संपूर्ण मगध क्षेत्र धू धू करके जल रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना को धरातल पर उतारने के पूर्व जरूरी होमवर्क नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि सेना एवं देश की रक्षा का विषय बहुत संवेदनशील मामला है। इसको बाकी विभागों की तरह बहुत हल्के में नहीं लिया जाना चाहिये।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि केन्द्र सरकार को अग्निपथ योजना में सुधार करना चाहिये। उन्होंने कहा कि सेना की बहाली में पचास प्रतिशत तथा अन्य अर्धसैनिक बलों एवं पुलिस की बहाली में पचास प्रतिशत अग्निवीरों को लिया जाना चाहिये।
उन्होंने बताया कि वे स्वयं भूतपूर्व सैनिक रह चुके हैं। सेना में सेवानिवृत्ति 15 साल से पहले नहीं होती है। सैनिकों में नौकरी से ज्यादा देशभक्ति की भावना रहती है और वे देश के लिए मर मिटने को तैयार रहते हैं। केंद्र सरकार को ऐसी कोई भी योजना उनपर जबरदस्ती नहीं थोपना चाहिये। इस योजना को लागू करने के पहले सरकार को संपूर्ण देश और विपक्ष को विश्वास में लेना चाहिये और इस योजना में आवश्यक सुधार करना चाहिये। श्री त्रिपाठी ने कहा कि वे अतिशीघ्र अग्निपथ योजना में आवश्यक सुधार के लिए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित केन्द्र सरकार को पत्र लिखेंगे तथा देशहित में अन्य आवश्यक कदम उठायेंगे।
कार्यकारिणी बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से उनकी इस घोषणा का समर्थन एवं स्वागत किया। बैठक में मुख्य रूप से सी एस दुबे, के डी सिंह, राजेश रंजन, रिफातुल्लाह खान, डॉ अजय ओझा, डॉ साकेत शुक्ला, पाण्डेय प्रदीप शर्मा, बबन पासवान, सुशील चौबे आदि उपस्थित थे।