प्रदीप कुमार नायक की रिपोर्ट
राजनगर (मधुबनी )विधुत प्रभावित जर्ज़र तार बराबर सड़क पर गिर जाति है! जर्ज़र तारों के कारण इन क्षेत्र के इलाकों की लोगों की जान माल का खतरा बना रहता है!क्षेत्र में बिजली विभाग की लापरवाही से कभी भी कोई भयंकर दुर्घटना हो सकती है!क्योकि इलाके के अधिकांश पोल झुके हुए है!कई जगह तो जमीन से मात्र 12- 14 फिट की ऊचाई पर बिजली के तार एक पोल से दूसरे पोल तक बंधे हुए है!बीच बीच में टोकर फसाकार लोग अबैध रूपसे बिजली जला रहे है!साथ ही एक तार से दूसरे तार का फासला बहुत कम है!इन कारणों से कभी भी कोई बिधुत प्रभावित तार टूटकर जमीन पर गिरती रहती है और भयंकर दुर्घटना होते होते कई बार लोग बच चुके है!
चालीस – पचास वर्ष पूर्व लगाए गये पोल एवं तार जर्ज़र हो चुके है!अमला टोली, चट्टीरोड, बाजार में कई बार बिधुत प्रभावित तार टूटकर गिरने की घटनाएं हो चुकी है!बारातियों के गुजरने के दौरान फटाके फोडने के क्रम में भी कई बार तार टूटकर गिर चुकी है!यहाँ एक तार कई वर्ष पूर्व टूटकर गिर चूका जो अब तक नहीं लगाया गया!लटके बिधुत तार हलकी हवा में भी स्पार्क कर टूटकर गिरने लगते है!जिसके कारण हर समय दुर्घटना की आशंका से चौकन्ना रहना पड़ता है!
जर्ज़र बिधुत तारो के कारण यहाँ हर समय लोगों की सांसे अटकी रहती है!सड़क पर चलते समय कब खम्भे से टूटकर तार निचे गिर जाय कहाँ नहीं जा सकता!कई वर्षो से तारो को बदला नहीं गया है!किसी तरह तारों को जोड़कर काम चलाया जा रहा है!दूसरी ओर विभाग कर्मचारियों की कमी से परेशान है!विभाग की इस उदासीन रवैया से बाजार के बिधुत उपभोक्ताओं में आक्रोश गहराता जा रहा है!साथ ही विभागीय निष्क्रियता के कारण कभी सही ढंग से नियमित बिधुत आपूर्ति नहीं की जाती है!लो -बोलटेज यहाँ की आम समस्या है! बाजार के भट्टीचौक, मछट्टाचौक तथा मेन रोड के कुछ इलाकों में नया पोल लगाकर काँपर वाला तार तों लगाया गया लेकिन बाजार के नेहरूचौक, चट्टीरोड, गाँधीचौक, चांदनीचौक, नरकटिया के एरिया में अभी भी अंग्रेज ज़माने के जर्ज़र तार से ही विधुत प्रभावित हो रही है!Siva कभी कभी भयंकर दुर्घटना कों आमंत्रित देता रहता है!