देवनद-दामोदर नद प्रदूषण समीक्षा अभियान के तीसरे दिन जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के नेतृत्व में यात्रा दल ने बोकारो जिला का सघन निरीक्षण एवं भ्रमण किया। यात्रा का आरंभ पचौरा से किया गया। अभियान दल ने पाया कि बोकारो स्टील प्लांट का रसायन युक्त लाल पानी सीधे नदी में गिराया जा रहा है, जिसके कारण नदी में रसायनिक प्रदूषक की अत्यधिक मात्रा दिखाई दिया। अभियान दल जब शिवटाँड़ पुल के समीप पहंुचकर निरीक्षण किया तो पाया कि नद का पानी कोलतार के समान काला था। पानी में पेट्रोलियम पदार्थ, मोबिल एवं लुब्रिकेंट की काफी मात्रा पानी की सतह पर तैर रही थी, जो पानी को जहरीला बना रही थी। इसके बाद अभियान दल तेलमच्चो पुल के पास गरगा नदी और दामोदर दल के संगम स्थल का निरीक्षण किया। यहाँ के पानी में नागरिक प्रदूषण की मात्रा काफी अधिक पायी गयी। जब अभियान दल निरीक्षण के क्रम में इजरी नदी, इलेक्ट्रो स्टील के पीछे, मोदीडीह पंहुची तो स्थानीय निवासियों ने नदी के पानी के उपयोग से होनेवाली खुजली की शिकायत की। वहां वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण की मात्रा काफी अधिक पायी गयी तथा लौह अयस्क का धूलकण भी नदी व सड़कों पर काफी मात्रा में पाया गया।
सभी स्थानों का निरीक्षण और भ्रमण करने के बाद श्री सरयू राय ने बताया कि बोकारो जिला का औद्योगिक व नगरीय प्रदूषण की स्थिति काफी चिंताजनक है। दामोदर और अन्य सहायक नदियों में जिस तरह से कचरा, औद्योगिक अपशिष्ट डाला जा रहा है, उससे नदी तो प्रदूषित हो ही रहा है, उसमें बसनेवाले जलीय जीवों के अस्तित्व समाप्त होने का भी खतरा मंडरा रहा है। उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषित पानी नदी और भूगर्भ जल दोनों में अपना जहर घोल रहा है, इस ओर उद्योगों को ध्यान देने की आवश्यकता है।
श्री राय ने कहा कि बीएसएल सहित अन्य सार्वजनिक उपक्रम एवं निजी औद्योगिक कंपनियों को मृदा, जल, वायु एवं ध्वनि प्रदूषण के निस्तारण के क्षेत्र में काफी कार्य करने की आवश्यकता है। सभी औद्योगिक उपक्रम हवा और पानी को प्रदूषण मुक्त करने में अपना पूर्ण सहयोग करे, ताकि इस क्षेत्र के लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहे। उन्होंने कहा कि हम यहाँ किसी पर दोषारोपण और आरोप-प्रत्यारोप करने नहीं आये है। हमारा प्रयास है कि सभी औद्यौगिक उपक्रम और प्रतिष्ठानें प्रदूषण नियंत्रण के मानदंडो का अक्षरशः पालन करे, नदी पर बिना परिशोधन के औद्योगिक जल और अपशिष्टों को प्रवाहित नहीं करे।
उन्होंने कहा कि नगरीय प्रदूषण के लिए हम सभी जिम्मेदार है। प्रकृति ने हमें पानी, वायु जैसे प्राणदायक घटक उपहार स्वरूप निःशुल्क प्रदान किया है तो हमारा भी नैतिक दायित्व बनता है कि हम उसे दूषित नहीं करें। हमलोग अक्सर भूल जाते है कि हवा-पानी जैसे मूलभूत अवयव को प्रदूषित कर हम अपने और अपने भावी पीढ़ी के जीवन को दूभर कर रहे है। हमें माले मुफ्त, दिल-ऐ-बेरहम की प्रवृति त्यागनी होगी, विवेकपूर्ण तरीके से पानी का उपयोग करना होगा। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि किसी भी स्थिति में हम मृदा, जल और वायु को प्रदूषित नहीं करे। पर्यावरण के सरंक्षण, संवर्द्धन को बनाये रखने के लिए हमें अपने व्यवहार में बदलाव लाने की आवश्यकता है।
यात्रा दल के संयोजक, डॉ. एम.के. जमुआर ने बताया कि नगरीय प्रदूषण को ले कर अभियान दल ने बोकारो के नगर आयुक्त, श्री अनिल कुमार सिंह से उनके कार्यालय में शिष्टाचार मुलाकात कर प्रदूषण की ओर उनका ध्यान आकृष्ट किया। जिस पर नगर आयुक्त ने बताया की नगरीय क्षेत्र में एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का प्रपोजल तैयार किया जा है, नालों की संख्या और नगरीय प्रदूषण, जल-मल के नदी में गिरने के स्थानों को चिहिन्त किया जा रहा है। आयुक्त ने कहा की एक प्रपोजल तैयार किया जा रहा है जिसमें नदी के ऊपर पुल को फेसिंग करने का प्रजोजल तैयार किया जा रहा है ताकि कोई पुल के ऊपर से नदी में कचरा फंेक न सके। डॉ. जमुआर ने बताया कि हमारे दल के वैज्ञानिकों ने सभी चिन्हित स्थानों से जाँच हेतु जल, गाद, जलीय जीवों आदि के नमूनों का संग्रहण किया है।
यात्रा दल का आयोजन युगांतर भारती, दामोदर बचाओ आंदोलन,नेचर फाउंडेशन, देवनद-दामोदर क्षेत्र विकास ट्रस्ट और झारखंड सरकार का पर्यटन, कला-संस्कृति विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस दल में संयोजक डॉ. एम.के. जमुआर, दामोदर बचाओ आंदोलन के संयोजक, श्री प्रवीण सिंह, बोकारो जिला संयोजक, श्री सुरेन्द्र सिन्हा, श्री अभय कुमार मुन्ना, श्री महेन्द्र सिंह, युगांतर भारती के कार्यकारी अध्यक्ष, श्री अंशुल शरण, समाज सेवी श्री अमेय विक्रमा, श्री धर्मेंन्द्र तिवारी, श्री मुकेश कुमार, श्री मुकेश सिंह, श्री राहुल मुंडा आदि शामिल थे।