*नगर भवन दुलाडीह में जिला कृषि कार्यालय आत्मा के सौजन्य से जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला 2021 का आयोजन हुआ संपन्न*
*निदेशक डीआरडीए, जिला कृषि पदाधिकारी सहित अन्य के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का किया गया शुरुआत*
आज दिनांक 06.08.2021 को नगर भवन दुलाडीह में कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, जिला कृषि कार्यालय, जामताड़ा के सौजन्य से जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला 2021 का आयोजन किया गया।
कर्मशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि निदेशक डीआरडीए श्री जावेद अनवर इदरीसी सहित अन्य पदाधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम में किसानों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ कैसे मिले एवं उन्नत खेती कर किसान आत्मनिर्भर कैसे बनें इस पर मंथन किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए निदेशक डीआरडीए श्री जावेद अनवर इदरीसी ने बताया कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है, यहां के अधिकतर निवासी कृषि पर आश्रित हैं किसान जागरूक होकर नई-नई तकनीक आधारित खेती करें। इससे कम लागत में बेहतर उत्पादन व लाभ संभव है। खरीफ की खेती अहम है। इसलिए किसान धान के अलावा अन्य वैकल्पिक खरीफ फसलों की भी खेती जरूर करें।
निदेशक ने कहा कि कृषि विभाग से संचालित योजनाओं का लाभ किसानों को देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाएं। उन्होंने कहा कि जिले में किसानों को योजनाओं का लाभ लेने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसको लेकर कृषि विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी सजग रहे। किसानों के हित में चलाए जा रहे योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हो कोई सुयोग्य लाभुक योजना के लाभ से वंचित नहीं हो।
वहीं जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कर्मशाला का मुख्य उद्देश्य खरीफ फसल को लेकर संचालित कार्यक्रमों की जानकारी देना है। मौके पर किसानों को धान, मकई, अरहर, उड़द आदि फसलों के प्रबंधन एवं उसमें लगने वाली कीट एवं रोग की जानकारी दी। बताया की खरीफ वर्ष 2021-22 में प्राप्त राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजनातर्गत उपलब्ध विभिन्न। फसलों यथा मक्का, ज्वार, धान, अरहर, मूंग, उड़द सहित अन्य में प्राप्त कुल 35.55 क्विंटल बीज में कुल वितरण किया जा चुका है।
वहीं विभिन्न प्रकार के धान प्रभेद, मक्का प्रभेद एवं ज्वार आदि में प्राप्त कुल 1170.50 क्विंटल बीज में से कुल बीज का वितरण किया जा चुका है।
कर्मशाला के दौरान पीएम किसान के लाभुकों को केसीसी ऋण योजना की जानकारी दी गई बताया गया कि कुल लक्ष्य 52085 के विरुद्ध 37450 आवेदन में से 32724 केसीसी आवेदन बैंक को प्रेषित किया गया है।
वहीं किसानों को उर्वरक में डीबीटी के लाभ के बारे में बताया गया। जिला अंतर्गत उर्वरक अनुज्ञप्ति धारी में बताया गया कि कुल उर्वरक में 119, बीज के लिए 70 एवं कीटनाशक आदि के लिए 15 अनुज्ञप्ति धारी कार्यरत हैं।
जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा किसानों को पशुपालन विभाग में संचालित योजना की जानकारी दी गई।
जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा मत्स्य योजनाओं की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा जिला कृषि पदाधिकारी श्री सबन गुड़िया, जिला मत्स्य पदाधिकारी श्री दीपांकर शीट, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार सिंह, कृषि वैज्ञानिक डॉ संजीव कुमार, एलडीएम सहित प्रखंड कृषि पदाधिकारी एटीएम बीटीएम, सहित अन्य मौजूद थे।