भगवान सूर्य जी का मंत्र : ऊँ घृणि सूर्याय नम: .
रविवार को की गई सूर्य पूजा से व्यक्ति को घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. रविवार के दिन उगते हुए सूर्य को देव को एक तांबे के लोटे में जल, चावल, लाल फूल और रोली डालकर अर्घ्य करें.
*इस दिन आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें एवं यथा संभव मीठा भोजन करें. सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है, सूर्य देव को जल देने से पितृ कृपा भी मिलती है.
* रविवार के दिन भैरव जी के दर्शन, आराधना से समस्त भय और संकट दूर होते है, साहस एवं बल की प्राप्ति होती है. रविवार के दिन सूर्य भगवान के दर्शन अवश्य करें .
*रविवार के दिन भैरव जी के मन्त्र – ॐ काल भैरवाय नमः या ॐ श्री भैरवाय नमः “ की एक माला जाप करने से समस्त संकट, भय दूर होते है, रोगो, अकाल मृत्यु से बचाव होता है,
मनोवांछित लाभ मिलता है.