नई दिल्ली. दिल्लीवासियों को अभी मानसून के लिए एक सप्ताह का इंतजार करना होगा. वहीं अगर मानसून की तेजी में कमी आयी तो यह इंतजार 10 दिनों का भी हो सकता है. मौसम विभाग ने कहा है कि पछुआ हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम राज्यों में मानसून के आने में देरी हो रही है.मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह के अंत में गुजरात और राजस्थान में मानसून के प्रवेश का अंदेशा है. वहीं उत्तराखंड, यूपी, एमपी, राजस्थान और बिहार के अलावा पंजाब और हरियाणा में मध्यम से तेज आंधी के साथ-साथ बिजली गिरने और बूंदाबांदी होने की संभावना है.वहीं राजस्थान, गुजरात के शेष हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में मानसून के आगे बढ़ने के लिए बड़े पैमाने पर वायुमंडलीय परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं. हालांकि, निचले स्तरों में पूर्वी उत्तर प्रदेश पर मौजूदा चक्रवाती परिसंचरण के सहयोग से अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों में धीमी प्रगति हो सकती है.मौसम विभाग के मुताबिक, एक पश्चिमी विक्षोभ को मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल में एक ट्रफ के रूप में देखा जा रहा है. इसकी धुरी समुद्र तल से लगभग 5.8 किमी ऊपर है. पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास निचले स्तरों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.मौसम विभाग ने दिल्ली में 15 जून तक मानसून आने का अनुमान लगाया था. दो-तीन दिनों तक बारिश भी हुई. लेकिन फिर से मौसम विभाग ने मानसून के पहुंचने में सात से दस दिनों की देरी का अनुमान जताया है. ऐसे में लगता है कि दिल्ली वालों को अभी कुछ दिनों तक और उमस भरी गर्मी की मार झेलनी होगी. पछुआ हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिमी भारत में मानसून के पहुंचने मे देरी हो रही है. जबकि कई राज्यों मे मानसून समय से पहले पहुंच गया है.