नई दिल्ली. कंप्यूटर से भी तेज दिमाग के लिए मशहूर कॉमिक कैरेक्टर चाचा चौधरी को केंद्र सरकार ने नमामि गंगे योजना का शुभंकर (मैस्कॉट) घोषित किया है. जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सरकार अब नमामि गंगे प्रोजेक्ट के प्रति जागरुकता लाने के लिए चाचा चौधरी के कैरेक्टर का इस्तेमाल करेगी. बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत प्रदूषित नदियों को साफ करने और उसे साफ बना रखने के लिए पूरी कोशिश करेगी और इसके लिए युवाओं को इसमें जोड़ेगी.
इस दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए एनएमसीजी ने चाचा चौधरी से जुड़े कॉमिक्स, ई-कॉमिक्स और एनिमेटेड वीडियो को बनाने के लिए डायमंड टून्स के साथ हाथ मिलाया है. मंत्रालय ने कहा कि इन कॉमिक्स, ई-कॉमिक्स और एनिमेटेड वीडियो को बनाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों के बीच गंगा और अन्य नदियों के प्रति व्यवहार परिवर्तन लाना है.
इस बारे में मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने कहा, इन परियोजनाओं का बड़ा हिस्सा परिचालन एवं रखरखाव से संबंधित है जिसके लिए 15 साल का अनुबंध है. ऐसे में रखरखाव का कार्य 15 साल तक चलेगा. उन्होंने कहा कि इसमें जलमल संबंधी आधारभूत ढांचे के तहत 24 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं शामिल हैं जिसमें एक बड़ा हिस्सा रखरखाव से संबंधित है.बता दें कि भारत सरकार ने गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों के प्रदूषण को कम करने, उनके संरक्षण के लिए 20,000 करोड़ रुपए के कुल बजटीय परिव्यय के साथ जून, 2014 में नमामि गंगे कार्यक्रम की शुरुआत की थी. इस कार्यक्रम के तहत गंगा नदी की स्वच्छता के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यों की शुरुआत की गई है. इसमें घरेलू सीवेज, औद्योगिक अपशिष्ट, ठोस अपशिष्ट सहित प्रदूषण कम करने, नदी तट प्रबंधन, अविरल धारा, ग्रामीण स्वच्छता, जैव विविधता संरक्षण आदि जैसी गतिविधियां शामिल हैं.