भाजपा नेता मिले डॉ अजय कुमार से पार्टीगत हिस्सेदारी सवर्ण मोर्चा एवं सवर्ण आयोग की मांग की
डॉ अजय कुमार ने व्यापक संगठन हित में सवर्ण मोर्चा काँग्रेस पार्टी में हो इसकी की वकालत।
दो दिन बाद वेविनार के माध्यम से होने वाली पार्टी की बैठक में सवर्ण मोर्चा की गठन का रखेंगे प्रस्ताव दिया आश्वासन ।
सबके विश्वास में सवर्णों की उपेक्षा भविष्य के लिए बन सकती हैं चुनौति:त्रिपाठी
जमशेदपुर, भाजपा नेता सह राष्ट्रीय सवर्ण माहसंघ फाउंडेशन के राष्ट्रीय महामंत्री डी डी त्रिपाठी आज जमशेदपुर पहुँचे काँग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार से मिलकर अन्य मंच मोर्चे की तरह कांग्रेस पार्टी के अंदर भी सवर्ण मोर्चा की गठन का प्रस्ताव दिया।साथ ही देश में संवैधानिक घृणा का दंश झेल रहे सवर्णों को नैसर्गिक न्याय से वंचित न होना पड़े इसके लिए केंद्रीय एवं राज्य स्तर पर सवर्ण आयोग की गठन की मांग का प्रस्ताव दिया।
इस औपचारिक मुलाकात के बाद त्रिपाठी ने प्रेस को जारी बयान में कहाँ की इसके पूर्व भी वे अन्य पार्टियों के साथ संपर्क कर या पत्राचार के माध्यम से सवर्णों के लिए जिसमें चार जातियाँ हैं कायस्थ,भूमिहार , क्षत्रीय एवं ब्राह्मण उमकी राजनैतिक पार्टीगत भागीदारी हो इसका प्रयास किया हैं जिसमें उन्हें आंशिक सफलता भी मिली जब भाजपा गठबंधन की दो पार्टियाँ जेडीयू एवं वीआईपी पार्टी ने अपने संगठनात्मक ढाँचे में सवर्ण मोर्चा का गठन इसी वर्ष किया हैं । त्रिपाठी ने बताया कि डॉ अजय कुमार इस बात से सहमति जताई और कहां की दो दिन बाद होने वाली वेविनार के माध्यम से राष्ट्रीय बैठक में इस प्रस्ताव को वो जरूर लायेंगे क्योंकि यदि देश की 135 करोड़ जनता के बीच मात्र इन चार जातियों को प्रत्यक्ष राजनीतिक पार्टीगत भागेदारी नहीं मिली हैं तो समाज में इसका आज नहीं तो कल गलत संदेश जाना लाजमी हैं जिस पर अभी तक किसी का ध्यान नहीं गया ।डॉ अजय कुमार ने कहाँ कि ये सबसे आश्चर्य की बात हैं कि संगठन की मजबूती यदि अन्य की भागीदारी से मजबूत होती हैं तो सवर्णों के लिए मंच मोर्चा बनने से कमजोर कैसे हो सकता हैं या फिर इस पर कोई प्रश्न कैसे खड़ा हो सकता हैं ।इसलिए वो इस प्रस्ताव को पार्टी के व्यापक हित में पार्टी फोरम पर जबरदस्त तरीके से रखेंगे ।
त्रिपाठी ने आज अपने संवाद में कहा कि यदि किसी भी पार्टी को जिसमें हमारी पार्टी भाजपा भी शामिल हैं उसे लगता हैं कि सवर्ण मोर्चा के गठन से राष्ट्रद्रोह होता हैं तो गठित करें सवर्ण मोर्चा या सवर्ण मोर्चा के गठन से माँ भारती के माथे पर कलंक का टीका लगता हो तब भी नहीं करे सवर्ण मोर्चा के गठन या कोई शंका हो कि इस वर्ग के संगठन से पार्टी को सांगठनिक हानि होती तो भी न बने सवर्ण मोर्चा किन्तु जानबूझकर उपेक्षा का परिणाम भविष्य के लिए सुखद नहीं होगा ।
त्रिपाठी ने डॉ अजय कुमार के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि वे उनकी अपेक्षा पर शतप्रतिशत खड़े उतरे हैं और हम आभार प्रकट करते हैं ।