जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच, कुपोषण उपचार, एमडीए कार्यक्रम आदि की समीक्षा की गई, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
टीकाकरण में धीमी प्रगति पर पटमदा, धालभूमगढ़, डुमरिया, पोटका, चाकुलिया एमओआईसी से कारणपृच्छा की गई, अगले 8 दिनों में प्रदर्शन सुधारने का निर्देश
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ सब सेंटर में संस्थागत प्रसव करायें, होम डिलिवरी नहीं कराने को लेकर आमजनों को जागरूक करें… श्रीमती विजया जाधव, जिला उपायुक्त
पोषण माह में चिन्हित कुपोषित बच्चों के एमटीसी में उपचार के पश्चात नियमित फॉलोअप का दिया गया निर्देश
समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में जिला उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित हुई । बैठक में 12-14 आयु वर्ग के टीकाकरण में अपेक्षित प्रगति नहीं पाये जाने पर शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर विद्यालयवार सभी छूटे हुए बच्चों की सूची बनाते हुए विद्यालयों में कैम्प कर शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने का निर्देश दिया गया। इस आयु वर्ग में निर्धारित लक्ष्य 110843 के विरूद्ध 75765 को पहला डोज एवं 47565 को ही दूसरा डोज दिया गया है । वहीं 18+ एवं 15-17 आयु वर्ग(दोनों डोज) में 70 फीसदी से कम उपलब्धि वाले प्रखंडों पटमदा, धालभूमगढ़, डुमरिया, पोटका, चाकुलिया प्रखंड में खराब प्रदर्शन पर संबंधित एमओआईसी से कारण पृच्छा करते हुए अगले 8 दिनों में अपेक्षित प्रगति लाने का निर्देश दिया गया ।
संस्थागत प्रसव में जिले की उपलब्धि 88फीसदी पाई गई। सितंबर माह में कुल 4164 डिलिवरी हुई जिनमें 4128 संस्थागत वहीं 36 होम डिलीवरी थी। जिला उपायुक्त द्वारा सभी पीएचसी एवं हेल्थ सब सेंटर में डीलिवरी कराने का निर्देश देते हुए निदेशित किया गया कि एक भी प्रसूता की डिलिवरी घर में नहीं हो इसे संबंधित एमओआईसी सुनिश्चित करेंगे। पिछले माह डुमरिया में 8 डिलीवरी घरों में हुआ जिसको लेकर जिला उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि डिलिवरी टाइम से पहले प्रसूता का फॉलोअप करना शुरू करें ताकि ससमय उन्हें संस्थागत प्रसव के लिए लाया जा सके ।
जिला उपायुक्त ने प्रसव पूर्व जांच को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी स्वास्थ्य सहिया को प्रिग्नेंसी किट उपलब्ध है तो गर्भवती महिलाओं की जानकारी भी एमओआईसी को होनी चाहिए ताकि सही समय पर उनका एंटीनेटल चेकअप शुरू कराते हुए डिलीवरी तक सही चिकीत्सीय परामर्श मिल सके जिससे जच्चा एवं बच्चा दोनों स्वस्थ रहें। कुपोषण उपचार को लेकर जिला उपायुक्त ने कहा कि सितंबर माह में चलाये गए पोषण माह अभिचान के दौरान करीब 480 कुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए थे, सभी का एमटीसी में उपचार के बाद भी पूर्णत: स्वस्थ होने तक नियमित फॉलोअप करायें। वर्ष 2022-23 में कुल 594 बच्चे कुपोषण उपचार में भर्ती किए गए जिनमें 546 बच्चों को उपचार के बाद घर भेजा गया, एमटीसी में बेड ऑक्यूपेंसी शत प्रतिशत है ।
एमडीए(फाइलेरिया एवं अल्बेंडाजोल) अभियान में अब तक की उपलब्धि 73 फीसदी को अगले 10 दिनों में 100 फीसदी करने का निदेश दिया गया । एमडीए अभियान इस बार शहरी क्षेत्र एवं पटमदा बोड़ाम प्रखंड में संचालित किया गया। जिला उपायुक्त ने कहा कि स्कूलों में जाकर छूटे हुए बच्चों को चिन्हित करते हुए उन्हें दवा खिलायें ।
बैठक में मलेरिया, परिवार नियोजन कार्यक्रम, टीबी उन्मूलन आदि की भी समीक्षा कर जनजागरुकता लाने का निदेश दिया गया । बैठक में सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, सभी एमओआईसी, डीपीएम, डीपीसी, डीडीएम सहित सभी सम्बन्धित पदाधिकारी कर्मी उपस्थित थे।