कांग्रेस हमेशा सभी को आम सहमति से साथ लाने का प्रयास करती है: सिब्बल
नयी दिल्ली: राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस हमेशा सभी को आम सहमति से साथ लाने का प्रयास करती है और इंडिया गठबंधन के सभी दलों को एक साथ बैठकर यह तय करना चाहिए कि वे आगे चुनाव कैसे लड़ेंगे और ‘‘भ्रम’’ को दूर करना चाहिए।
सिब्बल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल से भी सवाल पूछे जाने चाहिए थे, जब उन्होंने हरियाणा, गोवा, गुजरात और अन्य जगहों पर कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे।
सिब्बल ने कहा, “यह सवाल पूछा जाना चाहिए था। कांग्रेस हमेशा आगे बढ़ने के लिए सभी को आम सहमति से साथ लाने की कोशिश करती है। कभी-कभी दिक्कत होती है। जब बिहार में चुनाव हुए और कांग्रेस ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया, तो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने कहा कि वह कांग्रेस की वजह से सत्ता में नहीं आ सकी।”
कांग्रेस के पूर्व नेता सिब्बल ने कहा, “सभी को यह तय करना होगा कि वे चुनाव कैसे लड़ेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का फायदा यह है कि उनके पास एक ही कमान है और उन्हें इसका फायदा मिलता है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और इससे मदद मिली। तमिलनाडु में भी यही हुआ। इसलिए उन्हें आपस में चर्चा करनी चाहिए कि उन्हें कैसे आगे बढ़ना चाहिए।”
राकांपा (शरद चंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार द्वारा ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस’ (इंडिया) को एक राष्ट्रीय गठबंधन करार दिये जाने का उल्लेख करते हुए सिब्बल ने कहा कि इस मुद्दे पर भ्रम की स्थिति है जिसे सुलझाने की जरूरत है।
सिब्बल ने बाद में ‘पीटीआई-वीडियो’ से बात करते हुए कहा कि गठबंधन को यह तय करना होगा कि उसके सहयोगी अलग-अलग (चुनाव) लड़ेंगे या साथ मिलकर।
सिब्बल ने कहा, “शरद पवार ने कहा है कि गठबंधन केवल राष्ट्रीय स्तर पर लागू होता है, यानी जब आम चुनाव होते हैं, तो इंडिया गठबंधन सीटों पर सहमति के बाद एक साथ लड़ता है।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर की इस टिप्पणी पर कि पार्टी को यह स्पष्ट करने की आवश्यकता है कि वह गठबंधन की राजनीति करना चाहती है या अकेले चलना चाहती है, सिब्बल ने कहा, “तारिक अनवर ने जो कहा है, अगर वह सही बात थी तो उन्हें पहले ही कह देना चाहिए था। जब केजरीवाल ने गोवा, गुजरात और हरियाणा में उम्मीदवार उतारे थे, तब तारिक भाई ने ऐसा कुछ नहीं कहा था।”
उन्होंने कहा, “इसलिए, उन्हें खुद तय करना होगा कि जब राज्यों में चुनाव होंगे तो गठबंधन लागू होगा या नहीं… और यह एक साथ बैठकर तय किया जाना चाहिए।” केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के पहले और दूसरे कार्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे सिब्बल ने मई 2022 में कांग्रेस छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी के समर्थन से एक निर्दलीय सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे।