भाजपा के बाबूलाल मरांडी को झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता दी गई
रांची: झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक बाबूलाल मरांडी को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता दी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा शासित राज्य में विपक्ष का कोई नेता नहीं था जहां नवंबर 2024 में पिछला विधानसभा चुनाव हुआ था।
धनवार से विधायक बाबूलाल मरांडी पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्हें बृहस्पतिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया। पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष को इस संबंध में एक पत्र में सूचित किया।
महतो ने कहा कि उनसे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मरांडी को विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता देने का अनुरोध किया गया था।
महतो ने विधानसभा में कहा, ‘‘मैं बिना किसी देरी के भाजपा को मुख्य विपक्षी दल और बाबूलाल मरांडी को सदन में विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता देता हूं।’’
मरांडी पार्टी की झारखंड इकाई के अध्यक्ष भी हैं। बृहस्पतिवार को यहां एक बैठक के दौरान मरांडी को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया।
भाजपा संसदीय बोर्ड ने बुधवार को झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. लक्ष्मण को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त करने की घोषणा की थी।
बैठक के बाद यादव ने कहा कि वरिष्ठ विधायक नवीन जायसवाल, नीरा यादव, राज सिन्हा और प्रकाश राम ने बैठक के दौरान विधायक दल के नेता के रूप में मरांडी के नाम का प्रस्ताव रखा और इसे सभी ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी।
इसके बाद पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र कुमार राय ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर घटनाक्रम की जानकारी दी।
झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ ‘इंडिया’ गठबंधन के 56 विधायक हैं। इसमें झामुमो के 34, कांग्रेस के 16, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चार और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) लिबरेशन (भाकपा (माले) लिबरेशन) के दो हैं।
इसके अलावा भाजपा के 21 जबकि ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड) (जद-यू), लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास(लोजपा-आरवी) और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के एक-एक सदस्य हैं।