कड़वा सच:मुखर हुआ अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद तो जमशेदपुर जिला पुलिस भी हो रहे हैं गोलबंद
देवानंद सिंह
आर्मी जवान के साथ हुई घटना धीरे-धीरे हाई प्रोफाइल बनता जा रहा है इस मामले में आर्मी के अधिकारी झारखंड पुलिस के आला अधिकारी से सीधे बात कर रहे हैं मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच करने डीआईजी भी जुगसलाई थाना पहुंचे और मामले की जांच की. उधर कल अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने सैनिक के साथ पुलिस की बर्बरता के खिलाफ जुगसलाई थाना में जमकर हंगामा किया था और भारतीय सेना के सैनिक पर किये गए कानूनी कारवाई एवं उसे जेल भेजे जाने का विरोध पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने किया है, इसके खिलाफ इनके द्वारा सोमवार को जिला मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया साथ ही निर्दोष सैनिक को जेल से बाहर करने एवं दोषी पर उचित करवाई करने की मांग उठाई है उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भी परिषद के द्वारा दिया गया

जबकि पुलिस पूरे मामले में आर्मी के जवान को दोषी मान रही है उनका कहना है कि शराब के नशे में जवान ने पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया मामले की जांच कर रहे सी सी आर डीएसपी मनोज ठाकुर को जानकारी मिली है कि पूर्व में भी सैनिक बागबेड़ा थाना प्रभारी से उलझ चुके हैं और माफीनामा के बाद मामला सुलह हुआ था सूत्रों की माने तो आर्मी जवान के भाई पर भी कई मामले दर्ज हैं थाना में तैनात महिला पुलिस कर्मी भी कह रहे हैं कि हम लोग भी परिवार छोड़कर ड्यूटी कर रहे हैं तो क्या हम लोग गाली सुने पुलिसकर्मी दबे जवान से कह रहे हैं कि पुलिस पर कार्रवाई होती है तो पुलिस का मनोबल गिरेगा सैनिक परिषद और जिला पुलिस दोनों तरफ से गोलबंदी जारी है कल राष्ट्र संवाद में छपी खबर पर सैनिक परिषद ने ने टीका टिप्पणी भी की है
बहरहाल होली के दिन शराब के नशे में जवान ने पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया जिसका परिणाम पूर्व सैनिक सेवा परिषद और जमशेदपुर जिला पुलिस आमने-सामने है सेना के जवान अगर देश की रक्षा कर रहे हैं तो पुलिस के जवान भी शहर में अमन चैन कायम रखने के लिए पर्व त्यौहार में भी ड्यूटी दे रहे हैं इसको देखते हुए सैनिक परिषद को पहले पूरे मामले की जांच करनी चाहिए फिर किसी भी निर्णय पर पहुंचना चाहिए फिलहाल वरीय अधिकारी जांच कर रहे हैं रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले से पर्दा उठेगा