पत्नी की हत्या करने वाला बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार
पत्नी के किसी और के साथ रहने से खफा था आरोपी…… पासपोर्ट, आधार कार्ड व पीएनबी बैंक का डेबिड कार्ड बरामद…… नोएडा। थाना सेक्टर 49 पुलिस ने पत्नी की हत्या करने वाला बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 01 भारतीय पासपोर्ट, 02 आधार कार्ड (एक ही नम्बर के अलग-अलग पते के) तथा 01 पीएनबी बैंक का डेबिड कार्ड बरामद किया है। मृतक महिला की पहचान फातिमा बीबी पत्नी नूर हसन निवासी ग्राम फोकी टारी, थाना दिनहटा, जिला कोच बिहार पश्चिम बंगाल के रूप में हुई है। मामले की जांच के दौरान अभियुक्त बाबुल मियां पुत्र एकत अली नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया। मूलरूप से आरोपी ग्राम गिटालदाह मरिचा, थाना छितुलकोची, जिला कूच बिहार पश्चिम बंगाल का रहने वाला है और वर्तमान में गेझा गांव सेक्टर 93 थाना फेस 2 नोएडा में रह रहा था। इस आरोपी को सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस पूछताछ में अभियुक्त बाबुल मियां ने बताया कि उसके पिता का सही नाम अव्वल मियां है तथा वह मूल रूप से ग्राम बिरासर, थाना ब्रहमनबरिया, जिला ब्रहमन बरिया, निकट ढाका, बांग्लादेश का रहने वाला है। बांग्लादेश में उसके पिता अव्वल मियां, मां जायादा बीबी, पत्नी यासमीन बीबी तथा 04 बच्चे रहते हैं। वह करीब 10 वर्ष पहले कूच बिहार पश्चिम बंगाल आ गया था। उस समय बॉर्डर पर तार नहीं लगे थे, उसने पश्चिम बंगाल में रूपा बीबी पुत्री एकत अली निवासी ग्राम गिटालदाह मरिचा, थाना छितुलकोची, जिला कूच बिहार पश्चिम बंगाल के साथ दूसरी शादी की थी। रूपा बीबी से शादी कर लेने के कारण ही वह अपने पिता का नाम एकत अली लिखता है और अपना पता भी ग्राम गिटालदाह मरिचा, थाना छितुलकोची, जिला कूच बिहार पश्चिम बंगाल का ही लिखता है। पश्चिम बंगाल में करीब एक महीना रहने के बाद वह नोएडा आ गया था और सुपरटेक सोसाइटी सेक्टर 137 में रूपा बीबी के भाई जलाल के साथ काम करने लगा तथा वहीं साइट पर रहने लगा। इसी दौरान उसने कूच बिहार, पश्चिम बंगाल के पते से पैन कार्ड भी बनवा लिया था। सुपरटेक, सेक्टर 137 में काम पूरा होने के बाद वह ग्राम गेझा, सेक्टर 93 नोएडा में कबाडा बीनने का काम करने लगा तथा वहीं पर स्थित असगर कबाडी की झुग्गी में रहने लगा। कुछ दिन बाद वह झुग्गी वहाँ से हटा दी गई तो वह गेझा में ही गुड्डू के मकान में किराये पर रहने लगा तथा बिल्डिंगों में प्लास्टर चिनाई का काम करने लगा। इसी बीच पश्चिम बंगाल से आते समय उसकी मुलाकात ट्रेन में फातिमा बीबी से हुई। फातिमा बीबी भी पश्चिम बंगाल की ही रहने वाली थी। सफर के दौरान ही उन दोनों में नजदीकी हो गई। उन दोनों का फोन द्वारा सम्पर्क रहा तथा करीब 04 साल पहले फातिमा बीबी ने अपने पति नूर हसन मियां से तलाक ले लिया और बाबुल मियां के पास ग्राम गेझा आ गई। गुड्डू के मकान में रहते हुए ही उसने वर्ष 2015 में ग्राम गेझा के पते पर ही अपना आधार कार्ड भी बनवा लिया। उसके बाद उसने पश्चिम बंगाल जाकर उस आधार कार्ड पर वर्ष 2016 में कूच बिहार पश्चिम बंगाल का पता बदलवा लिया। गेझा में गुड्डू के मकान में रहने के दौरान ही उसने मई 2018 में अपना पासपोर्ट भी बनवा लिया और फिर जुलाई 2018 में इसी पासपोर्ट पर वीजा लेकर वह बांग्लादेश गया। वह बंगाल से फातिमा बीबी को साथ लेकर नोएडा आ गया और फातिमा बीबी के साथ सोरखा में किराये के मकान में रहने लगा। सोरखा में करीब ढाई साल रहने के बाद अप्रैल 2021 में वह और फातिमा बीबी बरौला में रहने लगे तथा फातिमा बीबी भी सिलिकोन सिटी-2 सेक्टर 76 नोएडा में साजिद मलिक नाम के ठेकेदार के साथ मजदूरी का काम करने लगी। इसी बीच फातिमा बीबी और साजिद मलिक ठेकेदार के बीच नजदीकी बढ़ने लगी तो उसने फातिमा बीबी को काम पर जाने से मना कर दिया, लेकिन वह बाबुल मियां के काम पर जाने के बाद चोरी छिपे काम पर जाने के बहाने साजिद मलिक ठेकेदार से मिलने जाती रही। बाबुल मियां जुलाई 2021 के आखिरी सप्ताह में कोलकत्ता पश्चिम बंगाल चला गया तो 30 जुलाई को उसे मकान मालिक ने सूचना दी कि उसकी पत्नी फातिमा बीबी को ठेकेदार साजिद मलिक मकान खाली कराकर सर्फाबाद में रहने के लिए ले गया है। वह 04 अगस्त को पश्चिम बंगाल से नोएडा के लिए चल दिया, उसके बाद वह 05 अगस्त की सुबह गाजियाबाद से ग्राम सर्फाबाद आया और सर्फाबाद में फातिमा बीबी को इधर-उधर तलाश करता रहा तो उसे एक मकान से ठेकेदार साजिद मलिक निकलता दिखाई दिया। उसके बाद उसने फातिमा बीबी से इस संबंध में बातचीत की तो वह उसके साथ रहने को तैयार नहीं हुई, जिस पर उसे गुस्सा आ गया। उसने गुस्से में उसे बेड पर गिरा दिया और उसी के गले में पड़ी चुन्नी से फातिमा बीबी का गला घोंट दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जिसके बाद वह मौके से फरार हो गया और राजस्थान चला गया, वहां से कोलकत्ता पश्चिम बंगाल चला गया। कोलकत्ता जाकर उसने अपना बांग्लादेश का वीजा बनवाया किन्तु कोरोना के कारण बॉर्डर बंद कर दिया गया और कोरोना की एनओसी नहीं मिलने के कारण वह बांग्लादेश नहीं जा सका। इसीलिए वह 10 सितंबर को वापस नोएडा आ गया, जिसकी वजह से वह आसानी से पुलिस गिरफ्त में आ गया।