सन 1980 के बाद से धरती की सतह का औसत तापमान तकरीबन 1 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है नासा का कहना है कि यह गर्मी कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन ग्रीन हाउस गैसों और पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ के कारण उत्पन्न हुई है जंगलों की अंधाधुंध कटाई ने इस समस्या को गंभीर कर दिया है जो कार्बन डाइऑक्साइड पेड़-पौधे शोख लेते थे वह अब वातावरण में घुल रही है दूसरी ओर ब्रिटिश मौसम वैज्ञानिकों ने चेताया है कि अगले 5 साल पिछले 10 वर्षों के मुकाबले अधिक सर्वाधिक गर्म रहने वाले हैं तापमान बढ़ने का सीधा असर खेती किसानी पर पड़ेगा और पैदावार कम हो जाएगी कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि 1 डिग्री तापमान बढ़ने से पैदावार में 3 से 7 फ़ीसदी की कमी आ जाती है भारत में पर्यावरण को लेकर एक बड़ा खतरा पॉलिथीन और प्लास्टिक से भी है आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल जमशेदपुर की ओर से इस समस्या से उबरने के लिए एक छोटा सा प्रयास संस्था की ओर से की जा रही है प्रत्येक महीने कम से कम 2000 पौधे लोगों के बीच वितरित किए जाते हैं सितंबर के महीने में भी पांच जगहों पर लगभग 2,000 पौधे वितरित किए गए जनप्रतिनिधियों को भी पौधा भेंट किया गया ताकि लोगों का झुकाव पर्यावरण के प्रति बड़े पिछले दिनों सरयू राय जी ,खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री, झारखंड सरकार, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री रामचंद्र सहिस झारखंड सरकार, पूर्वी सिंहभूम जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती बुल्लूरानी सिंह एवं जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह जी को दुर्लभ पौधा रुद्राक्ष ,लाल चंदन ,आंवला, हरे एवं बहेरा का पौधा भेंट स्वरूप दिया गया