देश के साथ रूशील ने जमशेदपुर का भी नाम किया रौशन , अहमद का सपना है दादा की तरह डॉक्टर बनना
आईसीएसई की परीक्षा में झारखंड के बच्चों ने कमाल कर दिया दसवीं की परीक्षा में जमशेदपुर का बेटा रूशील कुमार पूरे देश में टॉप कर गए इन्हें 499 मार्क्स या 99.8 मिले हैं।
जबकि लोयला स्कूल छात्र अर्श अहमद ने पिता खुर्रम अहमद और नसरीन का नाम रोशन किया । अर्श ने 97 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण हुए अर्श ने बातचीत के दौरान बताया कि उसे अपने दादा की तरह निट का पेपर क्लियर कर डॉक्टर बनना है
सेंट थामस के कृष वत्सल , सैक्रेड हार्ट स्कूल कि त्रिशा साल्वी और विशप वेस्टकाट बॉयज स्कूल नामकुम के अथर्व कुमार ने संयुक्त रूप 99 . 40 फिसदी अंक लाकर ना सिर्फ स्कूल बल्कि सिटी में टॉप किया है और स्टेट में दूसरे स्थान पर आ रहे हैं इसी तरह 12वीं साइंस की परीक्षा में संत जेवियर्स स्कूल डोरंडा की शालोमा नोआ चेन ने 97. 25 अंक लाकर स्कूल सीपी और स्टेट में टॉप किया है
वहीं कॉमर्स में डॉन बॉस्को स्कूल कोकर कि अमीषा टेटे ने 94% अंक लाकर स्टेट में टॉप किया है इसी तरह आर्ट्स में संत जेवियर्स स्कूल डोरंडा की अर्पिता कंठ में 97 . 75% अंक लाकर स्कूल के साथ सिटी और स्टेट में टॉप किया है
12वीं टॉपर साइंस
शालोम नोवा चेन 97.25 प्रतिशत , संत जेवियर्स स्कूल डोरंडा आकृति पाल 97% , संत फ्रांसिस स्कूल हरमू
अनंत पाल 95.5 प्रतिशत संत फ्रांसिस स्कूल हरमू
कॉमर्स
अमीषा टेटे 94% डॉन बॉस्को स्कूल कोकर प्रत्यूष गुप्ता 93.50 प्रतिशत, संत जेवियर स्कूल डोरंडा, लोकेश चंद्र गुप्ता 91.25, प्रतिशत डॉन बॉस्को स्कूल कोकर
आर्ट्स
अर्चित कंठ 97.75% , संत जेवियर स्कूल डोरंडा , दमयंती दास 95.50 प्रतिशत संत जेवियर्स स्कूल डोरंडा , Elvin Angelo eka 94.75 38 प्रतिशत, संत जेवियर स्कूल डोरंडा ।
आईसीएसई 10वीं के टॉपर रुशील कुमार ने परीक्षा से पहले जमकर तैयारी कि उन्हें यकीन था कि टॉप करेंगे उन्होंने बातचीत में बताया कि भविष्य में वह किसी बेहतर आईआईटी से पढ़ाई करना चाहते हैं उसके बाद और सिविल सर्विस की तैयारी करेंगे उन्होंने बताया कि पढ़ाई के लिए घंटों या वक्त कभी तय नहीं किया परीक्षा की तैयारी पूरी रणनीति के साथ कि उनका टारगेट था 1 दिन में इतने चैप्टर कंप्लीट करना वह परीक्षा में बेहतर परिणाम के लिए स्पेस मैन पेपर भी सॉल्व करते थे लगातार जो कुछ भी पढ़ाई करते थे उनके उसको रिवाइज लगातार करते रहते थे परीक्षा से ठीक एक दो पहले भी रूशील ने सभी चैप्टर को रिवाइज किया था उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के साथ शिक्षकों को भी दिया