लोक आस्था और सू्र्य उपासना के महापर्व छठ पर सूर्यधाम सिदगोड़ा के छठ घाट तालाब में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सपरिवार भगवान भास्कर को दिया अर्घ्य, श्रद्धा और भक्तिभाव का दिखा अद्भुत नजारा
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जमशेदपुर। लोक आस्था और सू्र्य उपासना के महापर्व छठ पूजा पर हजारों छठव्रतधारियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। वहीं, महापर्व छठ पर एक बार फिर सिदगोड़ा स्थित सूर्यधाम में आस्था के जनसैलाब का अनुपम दृश्य देखने को मिला। इस दौरान छठव्रतियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भगवान भास्कर के आराधना में लीन रही। सूर्य मंदिर परिसर में पारंपरिक रीति रिवाज के साथ हजारों छठव्रती भगवान भास्कर को अर्घ्य देने छठ घाट तालाब पर पहुंचे। छठव्रतियों ने सूर्यधाम के दोनों छठ घाट तालाबों पर परंपरागत रीति से अस्ताचलगामी और उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया। परिसर में छठ मइया के भजन गूंजते रहे और भक्तों की आस्था देखते ही बनती थी।

इस अवसर पर हजारों छठव्रतियों के संग राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक रघुवर दास ने सपरिवार भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया और जमशेदपुर सहित प्रदेशवासियों के सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। इस दौरान उनके साथ उनकी धर्मपत्नी रुक्मिणी देवी, पुत्र ललित दास एवं पुत्रवधू सह भाजपा विधायक पूर्णिमा साहू मौजूद रहीं। उन्होंने सपरिवार सूर्य देव के दर्शन कर विधिवत पूजा-अर्चना एवं हवन किया। सूर्य मंदिर समिति की ओर से छठ पूजा को लेकर दोनों छठ घाट तालाबों की सुंदर साफ- सफाई की गई थी। वहीं, रंग-बिरंगी लाइटों से घाटों और एवं सुगंधित फूलों से पूरे मंदिर परिसर एवं सूर्य मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया था। मंदिर परिसर में मेडिकल टीम, एम्बुलेंस के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीसीटीवी कैमरे, स्थानीय प्रशासन की तैनाती समेत मंदिर समिति के दर्जनों सदस्यगण व्यवस्था में तत्पर दिखे।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि लोक आस्था और सूर्य उपासना का यह महापर्व हमें जीवन में अनुशासन, पवित्रता और समर्पण का संदेश देता है। यह पर्व हमारी संस्कृति की आत्मा है, जो हमें समाज और प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने की सीख देता है। उन्होंने कहा कि छठ महापर्व नारी शक्ति के तप, त्याग और श्रद्धा का प्रतीक है, जो संपूर्ण समाज को एकता और सद्भाव के सूत्र में पिरोता है। उन्होंने कहा कि सूर्य मंदिर समिति ने स्वच्छता, पवित्रता एवं श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु बेहतर प्रबंध किया, जिसकी उन्होंने सराहना की।


