चाईबासा में कोल्हान बंद के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और उपायुक्त के बीच हुई तीखी वार्ता पर सियासी घमासान, भाजपा ने साधा निशाना
राष्ट्र संवाद संवाददाता
चाईबासा, 29 अक्टूबर। कोल्हान बंद के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और चाईबासा उपायुक्त के बीच उपायुक्त कार्यालय में हुई वार्ता ने प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में तीखी बहस छेड़ दी है। बताया जा रहा है कि वार्ता के दौरान दोनों पक्षों के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसे कई लोगों ने अनुचित बताया है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि — दोनों को ही लोकतांत्रिक गरिमा बनाए रखते हुए संवाद करना चाहिए, क्योंकि उनकी समझ और संयम ही राज्य के भले और लोकतंत्र की सुंदर मिसाल का आधार है।
इस घटना के बाद भाजपा ने सोशल मीडिया पर हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा “चाईबासा की घटना ने हेमंत सरकार की असली तस्वीर दिखा दी है, जहाँ प्रशासन जनता का नहीं, सत्ता का सेवक बन चुका है। उपायुक्त का व्यवहार यह साबित करता है कि वह एक अधिकारी नहीं, बल्कि झामुमो कार्यकर्ता की भूमिका निभा रहे हैं।”
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह घटना लोकतांत्रिक मर्यादाओं के लिए शुभ संकेत नहीं है, और सरकार एवं प्रशासन दोनों को ही संयम व पारदर्शिता के साथ जनता के हित में कार्य करना चाहिए।


