राष्ट्र संवाद नजरिया : नदी पूजन , मंत्री बन्ना गुप्ता का प्रण, टीम बन्ना की मेहनत व जिला प्रशासन की तत्परता जमशेदपुर के लिए ऐतिहासिक दिन
अयोध्या से स्वामी विषम्भर महाराज समेत 11 पुरोहितों ने पुरे आरती पूजन को संपन्न कराया!
देवानंद सिंह
पवित्र गंगा नदी का जितना महत्व है, उतना ही महत्व मां गंगा की आरती का भी है। भारत में तो इसका महत्व है ही, बल्कि विदेशों में भी लोग गंगा आरती की विशेषता को भली-भांति जानते हैं, क्योंकि गंगा नदी दुनिया की सबसे पवित्र नदी है। जो भी पवित्र गंगा नदी के दर्शन करने आता है, वह जरूर गंगा आरती में शामिल होता है। देश विदेश से लोग उन जगहों पर हजारों की संख्या में आते हैं, जहां गंगा आरती होती है। आजकल हरिद्वार, ऋषिकेश,वाराणसी, प्रयाग के अलावा चित्रकूट में भी गंगा आरती होने लगी है। साल 1991में वाराणसी के दशमेश्वर घाट पर शुरू की गई।मां गंगा की आरती के दौरान मां गंगा के जयकारे, ढोल नगाड़े की गूंज और आरती की मधुर ध्वनि अपने-आप अपलक निहारने पर मजबूर कर देती है।
ऐसा ही नजारा कल झारखंड में सांकेतिक स्वर्णरेखा आरती महोत्सव का समापन अवसर पर भी देखने को मिला। नदी पूजन , मंत्री बन्ना गुप्ता का प्रण ,टीम बन्ना की मेहनत व जिला प्रशासन की तत्परता जमशेदपुर के लिए ऐतिहासिक दिन रहा धार्मिक संगठनों के सहयोग से सांकेतिक स्वर्णरेखा आरती महोत्सव पुरे धार्मिक विधि विधान और वैदिक मन्त्रोंच्चारण के साथ हजारों श्रद्धालुओं के सामूहिक उपस्थिति के साथ हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सूबे के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने आरती और नदी पूजन कर वंदन किया, उनके साथ शिव शंकर सिंह, कविता परमार, पूर्व आईपीएस राजीव रंजन सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, स्वर्णरेखा को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने का मांग है, इस सिलसिले में वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखेंगे। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि हमलोग का दायित्व है कि मां गंगा की तरह स्वर्णरेखा की रक्षा करें, इसके लिए उन्होंने बेहतर प्लानिंग की रुपरेखा तैयार की है, उन्होंने बताया कि डीसी पूर्वी सिंहभूम और जुस्को के सहयोग से भव्य स्वर्णरेखा आरती मंडप का निर्माण किया जायेगा, इसके साथ ही आम नागरिकों के लिए भी बेहतर नागरिक सुविधाएं प्रदान करेंगे।उन्होंने प्रण लिया कि स्वर्णरेखा मंडप को अतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री का यह प्रयास वाकई अद्भुत है।
यही कारण है कि कम समय में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जनमानस में एक अलग पहचान बनाई है स्वास्थ्य मंत्री की कमान जैसे ही मिली तुरंत स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने टीम बन्ना का गठन किया ताकि आम जनता को कोई परेशानी ना हो सके समाज में बैठे अंतिम पंक्ति तक के व्यक्ति को सरकारी सुविधा ससमय मिले मकसद यही था और टीम वन्ना को इसमें सफलता भी मिली है उनके टीम का नेतृत्व करने के लिए संजय ठाकुर प्रभात ठाकुर, ओम प्रकाश ,मनोज झा व संजय तिवारी जैसे समझदार युवा तो है ही स्वास्थ्य मंत्री भी समय-समय पर टीम की गतिविधियों पर नजर रखते हैं जिसका फायदा पार्टी को भी मिलता है स्वर्णरेखा आरती आयोजन में इसकी झलक स्पष्ट रूप से देखने को मिला
बता दें कि स्वर्णरेखा नदी, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से होकर बहती है। वैसे यह बहुत कम लोगों को पता होगा कि स्वर्णरेखा नदी के नाम का अनूठा रहस्य हैं। कई कथाओ के अनुसार, रांची के पास पिस्का नामक गाँव हुआ करता था। माना जाता है कि स्वर्णरेखा नदी उद्गम इसी जगह से हुआ और जहां से बहती है, वहां लोग सुबह से ही रेत छानकर सोना निकालते हैं। कई पीढ़ियों से लोग इसमें से सोना निकाल रहे हैं और पैसा कमाते आ रहे हैं। इस नदी से बच्चे से लेकर बड़े तक सोना निकालते हैं।
अभी तक यह रहस्य है कि आखिर स्वर्णरेखा नदी में सोना कहां से आता है। कुछ भूवैज्ञानिकों का मानना है कि चट्टानों से होकर स्वर्णरेखा नदी आती है। हो सकता है कि इसलिए इसमें सोने के कण में मिलते हैं।
जिस तरह से स्वर्णरेखा आरती महोत्सव का आयोजन किया गया और महोत्सव व आरती के दौरान लोगों का हुजूम उमड़ा, उससे निश्चित ही स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का संकल्प पूरा होगा।