उपायुक्त जामताड़ा के निर्देश पर जिला परिवहन कार्यालय के सौजन्य से आज एसजीएसवाई प्रशिक्षण भवन सभागार में एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आईआरएडी) एवं झारखंड गुड सेमेरिटन पॉलिसी 2020 से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन संपन्न
पुलिस अधीक्षक श्री मनोज स्वर्गियारी (भा०पु०से०) एवं अन्य वरीय पदाधिकारी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ
आईआरएडी एप के माध्यम से हाईवे, पुलिस, स्वास्थ्य एवं परिवहन सभी क्षेत्रों से एक प्लेटफार्म पर रिपोर्ट एकत्रित की जायेगी एवं उसका विश्लेषण कर दुर्घटनाओं का कारण एवं ब्लैक स्पॉट्स का पता लगाया जा सकेगा – पुलिस अधीक्षक
सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्तियो को तत्काल चिकित्सीय सहायता करने वालों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा झारखंड गुड सेमेरिटन पॉलिसी 2020 को अधिसूचित किया गया
आज दिनांक 11.10.2022 को समाहरणालय जामताड़ा स्थित एसजीएसवाई प्रशिक्षण भवन सभागार में उपायुक्त जामताड़ा के निर्देश पर जिला परिवहन कार्यालय के सौजन्य से इंटीग्रेटेड रोड ऐक्सिडेंट डेटाबेस (आईआरएडी) एवं झारखंड गुड सेमेरिटन पॉलिसी 2020 से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक श्री मनोज स्वर्गियारी (भा०पु०से०), अपर समाहर्ता श्री सुरेन्द्र कुमार, सिविल सर्जन डॉ एस के मिश्रा, जिला परिवहन पदाधिकारी श्री अजय कुमार तिर्की, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी श्री अभय परासर, अनुमडल पुलिस पदाधिकारी श्री आनंद ज्योति मिंज सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आईआरएडी) एक मोबाइल एप्लीकेशन है जिसे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार, आईआईटी मद्रास एवं एनआईसी के द्वारा तैयार किया गया है एवं इसे कंप्यूटर से भी चलाया जा सकता है। इसके इस्तेमाल से सड़क दुर्घटनाओं का डेटा एकत्रित किया जाता है जिसमें संबंधित क्षेत्र के पुलिस, हाईवे, स्वास्थ्य एवं परिवहन विभाग के द्वारा डेटा अंकित किया जाएगा। जिससे एकत्रित डाटा का विश्लेषण किया जायेगा एवं एक्सीडेंट ब्लैक स्पॉट्स की जानकारी मिलेगी तथा उसके निवारण हेतु आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। इसके उपयोग से हमें एक ही जगह सारी जानकारी मिल जाएगा जिससे कि कई कार्य आसान हो जायेंगे एवं सड़क हादसा को कम करने हेतु सही समय में उचित निर्णय भी लिए जा सकेंगे।
वहीं इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक ऐसा होता था कि संबंधित विभाग के द्वारा अलग अलग प्रतिवेदन तैयार होता था जिससे उसका उचित विश्लेषण करने में समय अधिक लगता था एवं कठिनाई भी होती थी तथा निवारण में भी समय लगता था। लेकिन इस मोबाइल एप के माध्यम से सभी क्षेत्र के द्वारा एक ही प्लेटफार्म पर रिपोर्ट एकत्रित की जायेगी एवं उसका विश्लेषण कर दुर्घटनाओं का कारण एवं ब्लैक स्पॉट्स का पता लगाया जा सकेगा। यह ऐप हमेशा ऑनलाइन रहेगी, जिस पर कभी भी एक क्लिक पर दर्ज जानकारी देखी जा सकती है। कार्यशाला में प्रशिक्षक के द्वारा पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी आवश्यक जानकारी प्रदान की गई।
वहीं कार्यशाला में झारखंड गुड सेमरिटन पॉलिसी 2020 से संबंधित जानकारी प्रदान किया गया। जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्तियो को गोल्डेन आवर में चिकित्सीय सहायता करने वालों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा झारखंड गुड सेमेरिटन पॉलिसी 2020 को अधिसूचित किया गया है। जिसमें गुड सेमेरिटन (नेक नागरिक) को उनके द्वारा किए गए व्यय की क्षतिपूर्ति एवं उन्हें प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि नेक व्यक्ति वह होता है जो सड़क दुर्घटना में किसी घायल व्यक्ति को बिना किसी विशेष संबंध के तथा वित्तीय लाभ या पुरस्कार की अपेक्षा किए बिना केवल दया भावना से सहायता प्रदान करता है।
जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा कार्यशाला में इस पॉलिसी के सभी पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
आयोजित कार्यशाला में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जामताड़ा एवं नाला, पुलिस उपाधीक्षक, सिविल सर्जन, कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, जिला परियोजना पदाधिकारी यूआइडीएआइ, ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर, डिस्ट्रिक्ट रॉलआउट मैनेजर आईआरएडी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एनएचएम, जिला डाटा प्रबंधक स्वास्थ्य, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सहायक/कनीय अभियंता पथ प्रमंडल, सभी थाना प्रभारी, सभी निजी अस्पताल के संचालक, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक सहित सभी नोडल पदाधिकारी एवं स्टेकहोल्डर अपने अपने कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ सम्मिलित हुए।