Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » हिमाचल में तीन दशक के सत्ता परिवर्तन का सिलसिला तोड़ने की कवायद में भाजपा
    Breaking News Headlines राजनीति

    हिमाचल में तीन दशक के सत्ता परिवर्तन का सिलसिला तोड़ने की कवायद में भाजपा

    Devanand SinghBy Devanand SinghAugust 23, 2022No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

    नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश में भाजपा तीन दशक से चले आ रहे हर बार सत्ता परिवर्तन के सिलसिले को तोड़ने की कवायद में जुटी है। पार्टी ने अपनी सरकार बरकरार रखने के लिए पुख्ता रणनीति तैयार की है। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की चुनावी टीम अगले माह से मोर्चा संभाल लेगी। मानसून की रफ्तार कम होते ही बूथ स्तरीय रणनीति पर अमल शुरू हो जाएगा। अगले माह पार्टी चुनाव प्रभारियों की घोषणा भी कर देगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा का गृह राज्य होने से पार्टी के लिए यह प्रतिष्ठा का चुनाव भी है। बीते तीन दशकों से हर बार सत्ता बदलने वाले हिमाचल प्रदेश में भाजपा के सामने इस बार अपनी सरकार बरकरार रखने की बड़ी चुनौती है। राज्य नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने हैं।

     

    1985 से बदलती रही है सत्ता हिमाचल प्रदेश की राजनीति में 1985 के बाद से अब तक हर चुनाव में सत्ता बदली है। ऐसे में कांग्रेस का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है, जबकि भाजपा इस इतिहास को बदलने में जुटी है। बीते साल 2021 में स्थानीय निकाय और पंचायत चुनावों में भाजपा, कांग्रेस पर भारी तो पड़ी थी, लेकिन उसके दावों के मुताबिक सफलता नहीं मिली थी। इसके अलावा नवंबर में चार उपचुनावों में भाजपा को बड़ा झटका भी लगा था।

     

    भाजपा की अंदरूनी रिपोर्ट उतनी अच्छी नहीं है, जितनी पार्टी को उम्मीद थी। ऐसे में पार्टी ने आने वाले तीन महीनों के लिए अपनी रणनीति पर अमल तेज कर दिया है। सूत्रों के अनुसार पार्टी बूथ स्तर तक हर कार्यकर्ता को सक्रिय कर हर घर तक दस्तक देगी। अगले माह पार्टी चुनाव प्रभारियों की भी घोषणा कर देगी, जिसके साथ ही चुनावी प्रबंधन टीमें भी सक्रिय हो जाएंगी। इसमें दूसरे राज्यों के नेताओं को भी लगाया जाएगा।

     

    वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 68 सीटों में से 44 पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस को 21 और माकपा को एक सीट मिली थी। दो सीटें निर्दलीय के हिस्से में आई थी। हालांकि, इसके पहले 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा सभी चार सीटें जीतने में सफल रही थी।

     

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleसारा अली खान ने लहंगा पहन कराया बेहद बोल्ड फोटोशूट
    Next Article कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा- लाउडस्पीकर पर अजान से किसी के मौलिक अधिकार का उल्लंघन नहीं

    Related Posts

    भारत-पाकिस्तान तनाव पर चीन की प्रतिक्रिया का स्वार्थी कनेक्शन

    May 9, 2025

    एक था पाकिस्तान: इतिहास के पन्नों में सिमटता सच

    May 9, 2025

    जेनेरिक दवाएं लिखने के कानूनी आदेश का उजाला

    May 9, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    भारत-पाकिस्तान तनाव पर चीन की प्रतिक्रिया का स्वार्थी कनेक्शन

    एक था पाकिस्तान: इतिहास के पन्नों में सिमटता सच

    जेनेरिक दवाएं लिखने के कानूनी आदेश का उजाला

    राष्ट्र संवाद हेडलाइंस

    टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन को मिला सम्मान

    फादर जेराल्ड मार्टिन डिसूजा मेमोरियल इंटर स्कूल बॉस्केटबॉल टूर्नामेंट 2025 का आयोजन

    ईडी ने कारोबारी विक्की भालोटिया को किया गिरफ्तार

    हम सेना के पराक्रम को सलाम करते हैं:राकेश तिवारी

    हरि मंदिर से चोरी करते एक युवक को स्थानीय लोगों ने रंगे हाथ धर दबोचा

    मोदी के सिंदूर ऑपरेशन से आतंक का आका रोया:डॉक्टर विशेश्वर यादव

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.