*बोकारो विधायक के बॉडीगार्ड ने पत्रकार को पीटा,पत्रकारों ने की घटना की निंदा*
*क्या विधायक के इशारे पर बॉडीगार्ड ने पत्रकार अजीत को पीटा?*
*क्या विधायक बिरंची अपनी खामियां को छुपाने के लिए पत्रकार के मोबाइल से वीडियो डिलीट करने की कोशिश किया?*
*क्या भाजपा के वरीय पदाधिकारियों को ऐसे बेलगाम विधायकों पर लगाम कसने की आवश्यकता नहीं है?*
बोकारो के भाजपा विधायक बिरंची नारायण के सरकारी बॉडीगार्ड ने बोकारो के पत्रकार अजीत कुमार की पिटाई कर दी.घटना के विरोध में पत्रकारों ने बोकारो उपायुक्त कुलदीप चौधरी से मिलकर मामले की जांच कराते हुए करवाई की मांग किया है.घटना के विरोध में पत्रकारों ने सर्किट हाउस में एक आपात बैठक भी की.बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया.मालूम हो की आज सेक्टर 1 स्थित नव निर्माणाधीन तिरंगा पार्क में झंडा लगाने के लिए फाउंडेशन का शिलान्यास समारोह आयोजित किया गया था.जिसमे विधायक,सांसद को भी भाग लेना था.घटनास्थल पर मौजूद विधायक एवं कुछ अन्य लोगो के बीच कहासुनी हो रही थी.मामला मारपीट तक पहुंच गया.घटनास्थल पर मौजूद पत्रकार अजीत कुमार ने समाचार संकलन कार्य शुरू किया तभी वीडियो बना रहे पत्रकार पर नजर विधायक की पड़ी.विधायक ने अजीत के मोबाइल फोन को छीनने की कोशिश की.इस दौरान विधायक के बॉडीगार्ड नेमलाल महतो ने न केवल पत्रकार का मोबाइल छीना बल्कि पत्रकार की पिटाई भी की. तथा उसके फोन को छीनकर वीडियो डिलीट कर दिया.जब पत्रकार ने विरोध किया तो उसे सर्विस आर्म्स को दिखाते डरावा दिया.जिसके बाद पत्रकारों ने घटना की लिखित शिकायत,पुलिस अधीक्षक तथा उपायुक्त से किया.पत्रकारों ने घटना का विरोध करते हुए करवाई की मांग की है. उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने पत्रकारों को करवाई का भरोसा दिलाया है.