स्वामी जी मेरे जीवन के सबसे आराध्य पुरुष रहे हैं, स्वामी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से अपने आने वाली पीढ़ियों को जोड़ना जरूरी:राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह
समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति के उत्थान करने का समाज ने लिया संकल्प
बिहार से राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि स्वामी जी मेरे जीवन के सबसे आराध्य पुरुष रहे हैं. स्वामी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से अपने आने वाली पीढ़ियों को जोड़ना जरूरी है. वे शनिवार को स्वामी सहजानंद सरस्वती कल्याण संस्थान एवं ब्रह्मर्षि विकास मंच के संयुक्त तत्वावधान में कदमा स्थित संस्थान परिसर में स्वामी जी की 133वी जयंती पर आयोजित पारिवारिक मिलन समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि स्वामी जी किसानों के लिए संघर्ष करने में अपना पूरा जीवन अर्पित कर दिया. श्री सिंह ने कहा कि आजादी के बाद पूरे देश 5 प्रतिशत आबादी के पास है 52 प्रतिशत भूमि थी.
कार्यक्रम के दौरान सराहनीय कार्यों के लिए राष्ट्र संवाद के संपादक देवानंद सिंह प्रभात खबर के पत्रकार संदीप सावर्ण और राजमणी मधुकर कुमार धनंजय राय सत्येंद्र कुमार कुमार सानू हुए सम्मानित
स्वामी जी इस बात को समझें और गांव गांव जाकर छोटे किसानों को आंदोलन के लिए एकजुट करने लगे. जिस सभा में जाते थे उस सभा में यह जरूर कहते थे कि ज़ो अन्य वस्त्र उप जाएगा वही शासन चलाएगा. यही कारण था कि लोग उन्हें दलितों का मसीहा कहने लगे. अब तक के सबसे बड़ी समाज सुधारक थे. स्वामी सहजानंद सरस्वती को सही माने मामले में श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को लोगों के बीच रखेंगे. इससे पूर्व मुख्य अतिथि राज्य सभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भाजपा युवा मोर्चा संतोष रंजन राय, सांसद विद्युत वरण महतो, ब्रह्मर्षि विकास मंच के अध्यक्ष विकास सिंह, महासचिव अनिल ठाकुर, संस्थान के अध्यक्ष दीपु सिंह, महासचिव जयकुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किए. इसके बाद सभी अतिथियों ने स्वामी सहजानंद सरस्वती के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किए.
सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि स्वामी जी किसान आंदोलन के महानायक थे. बड़े जमींदारों के खिलाफ छोटे किसानों के समर्थन में आंदोलन कर अपना जीवन जरूरतमंदों के नाम कर दिया. उन्होंने कहा कि संस्थान के भवन में किचन सेड की कमी है. यहां जल्द ही पक्का कीजिए एवं ऊपरी तल्ले का निर्माण कराया जाएगा. मैंने अपने सांसद फंड से डीजी सेट दे चुका हूं जल्द ही भवन में डीजी सेट उपलब्ध हो जाएगा.
विकास मंच के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि हमारे समाज के बहुत सारे राजा महाराजा हुए, लेकिन बहुत कम लोग हैं, उन्हें जानते हैं या उन्हें याद करते हैं. स्वामी सहजानंद सरस्वती अपने कर्म को लेकर हमेशा याद किए जाते हैं. स्वामी जी सिर्फ एक संत ही नहीं थे, बल्कि एक किसान नेता और समाज सुधारक के रूप में जाने जाते हैं.