बिहार उप ब्युरो चन्दन शर्मा की रिपोर्ट
बेगूसराय : जम्मू-कश्मीर में शनिवार की देर शाम हुए एक ब्लास्ट में बेगूसराय के लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार शहीद हो गए. घटना की सूचना मिलते ही बेगूसराय में मातमी सन्नाटा पसर गया है. शहीद ऋषि कुमार बेगूसराय जिला मुख्यालय के प्रोफेसर कॉलोनी निवासी राजीव रंजन के पुत्र थे. उन्होंने एक साल पहले ही सेना में ज्वाइन किया था. 30 अक्टूबर को सुंदरवन सेक्टर के रजौरी नौशेरा में आईडी ब्लास्ट के दौरान वह शहीद हो गए. शहीद ऋषि कुमार मूलत लखीसराय के पिपरिया के निवासी थे, लेकिन कई दशक पहले से ही जीडी कॉलेज के समीप पिपरा रोड में घर बना कर रह रहे थे।
उनके दादा जी एक रिफाइनरी में काम करते थे। इस वजह से परिवार यहीं बस गया. मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है. शहीद के पिता राजीव रंजन ने बताया कि टेलिफोनिक सूचना तकरीबन 7.30 बजे मिली आपके पुत्र शहीद हो गए हैं। पिता ने बताया कि 4 दिन पहले ही मां से बात की थी और बोला बहन की शादी में छुट्टी लेकर आ रहा हैं। इसी बीच सूचना मिली की ऋषि शहीद हो गए हैं।एक महीने पहले ही जम्मू कश्मीर के नौसेरा सेक्टर में पोस्टिंग हुई थी । सूचना मिलते ही
ऋषि कुमार के घर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई । मौके पर जदयू नेता सुदर्शन सिंह, युवा जदयू जिलाध्यक्ष सौरभ कुमार, स्थानीय वार्ड पार्षद प्रतिनिधि उमेश ठाकुर भी मौजूद थे । बताया जा रहा है कि ऋषि कुमार ने करीब एक साल पहले सेना में ज्वाइन किया था. करीब एक महीने पहले उनकी जम्मू कश्मीर के नौसेरा सेक्टर में पोस्टिंग हुई थी. शनिवार की शाम वो अपने टीम के साथ पाकिस्तान के बॉर्डर इलाके में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान शाम करीब छह बजे विस्फोट में ऋषि समेत तीन अधिकारियों शहीद हो गए। जबकि चार गंभीर रूप से घायल हो गए।
दो बहनों का एकलौता भाई था शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आईडी विस्फोट था या माइंस विस्फोट. घटना की सूचना मिलने के बाद सेना में ही कार्यरत ऋषि के रिश्तेदार मौके पर पहुंच गए हैं। इधर अपने इकलौते पुत्र के निधन से माता-पिता समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ऋषि अपने दो बहनों के इकलौते भाई और पिता के दो भाइयों में इकलौते चिराग थे। घटना के बाद बेगूसराय से लेकर लखीसराय तक दुख की लहर फैली हुई है।परिजन ने बताया कि ऋषि के छोटी बहन की 29 नवंबर को शादी होने वाली थी। और 22 नवंबर को ऋषि बहन की शादी में शामिल होने के लिए आने वाले थे। लेकिन इसी बीच उनके मौत की सूचना से पूरे जिले वासियों सहित पूरे परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।