भारतीय जनता मोर्चा का युवा हुंकार महोत्सव सम्पन्न
स्वामी विवेकानंद की जयंती को भारतीय जनता मोर्चा द्वारा बर्मामाइंस स्थित डनलप मैदान में युवा हुंकार महोत्सव के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन तथा देखरेदख भाजमो द्वारा बनायी गयी समिति स्वामी विवेकानंद जयंती आयोजन समिति के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर तथा माँ भारती व स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्पांजलि प्रदान कर किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय उपस्थित थे। उनका स्वागत माला पहनाकर व भगवा पगड़ी सहित अंगवस्त्र प्रदान कर किया गया। वर्ष 1985 से स्वामी जी के जयंती को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद वेदांत के प्रवर्तक थे। स्वामी विवेकानंद परमहंस रामकृष्ण के शिष्य थे। वे पढ़े लिखे नहीं थे फिर परंतु उनका स्थान ऐसे महर्षियों में था जिन्होंने माँ काली का प्रत्यक्ष दर्शन करने का अनुभव प्राप्त किया था। उनके बारे में कहा गया है कि 5000 वर्ष पूर्व से जितने भी महर्षियों ने अपने विचार व्यक्त किये थे परमहंस रामकृष्ण उनके प्रतिनिधि थे और उनके शिष्य स्वामी विवेकानंद आने वाले ढेड़ हजार वर्षों तक जो भी विचार सामने आएंगे उन विचारों का निचोड़ प्रस्तुत करने वालों में से हैं। स्वामी वेवेकानंद ने रामकृष्ण के विचारों को तथा हमारे वेदांत के अध्यात्म के सिद्धांतों को पूरे देश में एक प्रवर्तक के रूप में सामने रखने का काम किया। स्वामी जी का विचार था कि जो युवा हैं चाहे वे महिला हों या पुरुष देश को विकास के सर्वोच्च शिखर तक लेकर जा सकते हैं।
उन्होंने स्वामी जी के विचारों को व्यक्त करते हुए अपने संबोधन में कहा कि हर युवा चाहता है कि वह एक मुकाम हासिल करे, समाज में प्रतिष्ठा हासिल करे, सफलता को पाये मगर युवाओं को चाहिए कि युवा का जीवन सफल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि युवा का जीवन सार्थक हो। युवा का जीवन अगर सार्थक होगा तो वह समाज के काम में आएगा और अगर सार्थक नहीं होगा तो समाज में मतभेद पैदा करेगा, वह समाज के लिए नहीं बल्कि अपने परिवार को प्राथमिकता देगा। स्वामी विवेकानंद के विचार में युवाओं को अपना जीवन सार्थक करने के लिए उन्होंने जीवन के चार आयाम जो बौद्धिक, शैक्षणिक, शारीरिक तथा अध्यात्मिक बताये थे। सभी युवाओं को इन चार आयामों को सभी युवाओं को मानना चाहिए। इन चारो ंआयामों में भौतिक तथा शारीरिक काफी महत्वपूर्ण है। स्वामी जी ने कहा था कि यदि युवा अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखे और उनका शरीर बलवान हो तो वह कुछ भी कर सकता है। विधायक श्री राय ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपनाना काफी आवश्यक बताया। इससे पहले कार्यक्रम का स्वागत भाषण भाजमो के जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने दिया तत्पश्चात स्वामी विवेकानद जी के जीवनी पर प्रकाश रवि प्रकाश सिंह ने डाला। मंच का संचालन स्वामी विवेकानंद जयंती आयोजन समिति के संयोजक अमित शर्मा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन बर्मामाइंस मंडल के वरिष्ठ कर्यकर्ता नागेन्द्र सिंह ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाजमो के वरिष्ठ कार्यकर्ता रामनारायण शर्मा, अजय सिन्हा, मुकुल मिश्रा, भास्कर मुखी, प्रभुराम मुंडा, संजीव आचार्य, हरेराम सिंह, सुधीर सिंह, ब्यूटी तिवारी, बन्दना नामता, कुलविंदर सिंह पन्नू, प्रवीण सिंह, चंद्रशेखर राव, धनजी पांडेय,रामकृष्ण दुबे, मनोज सिंह उज्जैन, विजय नारायण सिंह, प्रमोद कुमार मिश्रा, संतोष भगत, धर्मेंद्र प्रसाद, मुस्ताक अहमद, असीम पाठक, अभय सिंह, मिष्ठु सोना, आकाश शाह, जीतु पाण्डेय, राजेश झा, मार्टिन लूथर, अशोक कुमार, भूपेश सिंह, जय सिंह, गौतम धर, दीपक, विशाल सहित भारी संख्या में भाजमो कार्यकर्ता विभिन्न समाज एवं संगठन के प्रमुख एवं गणमान्य नागरिकगण उपस्थित थे।