फतेहपुर/जामतारा
शिरोमणि यादव
नाला प्रखण्ड क्षेत्र के आदर्श गांव खैरा में दिखावे का है जल मीनार* गहराने लगा जल संकट
* लगभग तीन सौ परिवार है गाँव में, मात्र 60 परिवार को ही मिला है पानी का कनेक्शन
* मात्र 42 परिवार को ही मिलता है पानी.
* पंप संचालक को सात महीने से नहीं मिला है मानदेय.
बिन्दपाथर थाना क्षेत्र के खैरा गांव कहने ।मात्र के लिए है आदर्श गांव। इस गांव में ग्रामीणों के प्यास बुझाने के लिए सरकार द्वारा लाखो की लागत से दो जल मीनार तो बनाया गया है,लेकिन गर्मी के आहट मात्र से यहाँ पेयजल संकट उत्पन्न हो जाता हैं। गाँव में लगयेदो जल मीनार लग सुविधा गाँव के चंद लोगों के लिए ही उपलब्ध है. गाँव की एक बड़ी आबादी यहाँ जल संकट से परेशान हैं. एक ओर गाँव की बड़ी आबादी को पेयजल की किल्लत है वहीं दुसरी ओर चंद परिवार नहाने धोने से लेकर समस्त काम इसी सप्लाई वाटर से करते हैं. मालूम हो कि खैरा गाँव में लगभग तीन सौ परिवार निवास करते हैं.
पहली टंकी के संचालक जितेन भंडारी ने कहा प्रतिदिन सुचारू रुप से पानी सप्लाई करता हूँ, लेकिन पिछले सात महीनें से मुझे मानदेय भी नहीं दिया गया है. उन्होंने अपना मानदेय भुगतान कराने का मांग किया है.
दुसरी टंकी जो काली मंदिर के निकट बनाया गया है इससे चड़ारडीह टोला में पाईप लाईन बिछाई गई है तथा लगभग पंद्रह- बीस घरों में कनेक्शन दिया गया है, लेकिन पाईप लाईन बिछाये महीनों बीत जाने के बावजूद आज तक पानी नहीं छोड़ा गया है.
*क्या कहती हैं मुखिया:* पंचायत के मुखिया आलोकी सोरेन कहती हैं, जल मीनार का लाभ सभी ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. इस गाँव के लगभग तीन सौ परिवारों में से पहली टंकी से वयालीस तथा दुसरी टंकी से लगभग पंद्रह कनेक्शन दिए गए हैं. उन्होंने कहा गर्मी का मौसम आते ही खैरा गाँव में पानी के लिए मारा मारी शुरू हो जाता हैं, संवेदक
https://youtu.be/ZptvlXjvW88