निजाम खान
*■ वर्तमान समय में जिले में किसी गरीब या निर्धन परिवार को अनाज की न हो समस्या:- उपायुक्त…..*
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*■ जिला प्रशासन के साथ निर्धन व असहाय लोगों की मदद के लिए आगे आएं प्रबुद्ध वर्ग के लोग व स्वयंसेवी संस्थाएं:- उपायुक्त…..*
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वर्तमान में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि पूरे झारखंड राज्य को लॉक डाउन किया गया है। ऐसे में गरीब वर्ग एवं निसहाय लोगों को जीविकोपार्जन संबंधी समस्याएं उत्पन्न न हो। इसके लिए उन्हें भोजन की सुविधा मुहैया कराने हेतु जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे है। इसी के तहत झारखंड राज्य आकस्मिक खाद्यान्न कोष के माध्यम से लॉक डाउन की अवधि में आवश्यकतानुसार जरूरतमंद गरीब लोगों व निर्धनों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि लॉक डाउन के वजह से उन्हें ज्यादा समस्या उत्पन्न न हो।
ज्ञातव्य है कि खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा झारखंड राज्य आकस्मिक खाद्यान्न कोष का गठन किया गया है एवं आकस्मिक खाद्यान्न कोष के तहत सभी पंचायत एवं वार्डों में 10,000 (दस हजार) रूपये की राशि उपलब्ध कराई गई है।
सामान्य तौर पर इसके अंतर्गत लाभ ऐसे व्यक्ति को दिया जायेगा, जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 से आच्छादित नही हो। परन्तु विशेष परिस्थिति में यदि कोई व्यक्ति को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत आच्छादित है, लेकिन किसी कारणवश उसे अनाज उपलब्ध नही हो पा रहा हो, तो उसे भी योग्य लाभुक माना जाता है एवं वैसे योग्य लाभुक को आकस्मिक परिस्थिति में प्रति योग्य लाभुक को 10 किलोग्राम चावल उपलब्ध कराने हेतु प्रत्येक पंचायत, वार्ड के संबंधित प्रतिनिधियों व अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है।
इसी कड़ी में उक्त कोष के माध्यम से वर्तमान में लॉक डाउन जैसी आकस्मिक परिस्थिति में योग्य लाभुकों अर्थात ’ऐसे निर्धन व असहाय व्यक्ति जो स्वयं तथा जिसके साथ रहने वाले कोई परिवारिक सदस्य जीविकोपार्जन करने में असमर्थ हो, उन्हें सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश उपायुक्त द्वारा दिया गया है।
साथ हीं उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने जिलाअन्तर्गत सभी मुखिया व वार्ड पार्षद को निर्देशित किया गया है कि सभी के द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि वर्तमान में कोरोना वायरस से बचाव हेतु किये गए लॉक डाउन के वजह से किसी भी पंचायत अथवा वार्ड में एक भी व्यक्ति खाद्यान्न के अभाव में भूखा न रहे तथा ऐसे लोगों की पहचान होने पर उसकी सूचना अविलम्ब जिला प्रशासन को दें, ताकि ऐेसे लाभुकों को तुरन्त सहायता प्रदान की जा सके।
इसके अलावे उपायुक्त द्वारा जिला के सभी प्रबुद्ध वर्ग के लोगों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं से अपील की गयी है कि वे आगे आएं और संवेदनशीलता दिखाते हुए कोरोना वायरस से लड़ने में गरीबों व निर्धनों का सहयोग करें, ताकि परस्पर सहयोग से कोरोना पर काबू पाया जा सके।