- पीड़ित किसानों ने मुख्यमंत्री को कंपलेन्ड भेज कर 40 हजार रिश्वत खोरी की लगाई है गुहार
राष्ट्र संवाद संवाददाता
शशि भूषण दूबे कंचनीय/मोहम्मद अमीन शेख
मिर्जापुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुशासन में मिर्जापुर जिले के लालगंज तहसील क्षेत्र में हो रही चकबंदी कामकाज में चकबंदी अधिकारी, सहायक चकबंदी अधिकारी एवं लेखपालों द्वारा सरेआम लूट-खसोट किया जा रहा है। जिससे निरीह एवं सीधे साधे किसानों को उनके चकबंदी के दौरान चक आवंटन में गड़बड़ी करने एवं नाजायज चक आवंटन करने की आड़ में खुल्लम खुल्ला रिश्वतखोरी करने का माहौल बना हुआ है जिससे किसानों में योगी आदित्यनाथ के सुशासन पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है।
बताया जाता है कि लालगंज तहसील क्षेत्र के एक आदिवासी एवं ओबीसी बाहुल्य गांव भेड़ा है जहां दो किसान क्रमशः बुद्धि प्रकाश एवं सुरेश कुमार द्वारा सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायती पत्र भेजकर आरोपित किया गया है कि उनके पत्नी को चक आवंटन के नाम पर भयभीत करके उनसे 40 हजार रुपए बरकछ सर्किल के लेखपाल संजय यादव ने रिश्वत खोरी करते हुए ले लिया है। यह रिश्वतखोरी धनराशि भेडा चकबंदी लेखपाल बृज लाल यादव एवं संजय यादव आपस में बंदरबांट कर लिया है। इतना ही नहीं उक्त किसानों से बार बार रिश्वत की डिमांड की जा रही है। किसानों ने यह भी बताया है कि बार बार रिश्वत न देने पर उन्हें चकबंदी लेखपाल चकबंदी से सम्बंधित कोई प्रपत्र उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। गौरतलब बात यह है आकार पत्र 23 एवं समन जैसे अनिवार्य कागजात से भी बंचित किया गया है। जिससे उन किसानों को अपने चकबंदी से सम्बंधित किसी भी जानकारी से बंचित रखा जा रहा है। जो चकबंदी प्रावधान का भी उलंघन किया जा रहा है। उक्त किसानों ने आरोपित किया है कि उनके चक आवंटन को खंड खंड किया जा रहा है जो चकबंदी प्रावधान के विपरीत है। ऐसा करके उनसे भारी भरकम रकम की डिमांड किया गया डिमांड पूरा न करने पर उक्त द्वय किसानों के साथ चक आवंटन में गंभीर अनियमितता किया जा रहा है।
मजे कि बात यह है कि बेखौफ होकर उक्त दोनों लेखपालों द्वारा किसानों से धन वसूली करने एवं रिश्वतखोरी की समूचे क्षेत्र में चर्चाएं खास है।
उधर निरीह किसान बुद्धि प्रकाश एवं सुरेश कुमार निवासी ग्राम भेड़ा द्वारा अपनी भूमि को चकबंदी के दौरान एकत्र कर चक आवंटन करने की मुख्यमंत्री एवं चकबंदी आयुक्त उत्तर प्रदेश एवं जिलाधिकारी मिर्जापुर के अलावा उप संचालक चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी से शिकायत पत्र देकर गुहार लगाई है कि उनके साथ इंसाफियत किया जाये। और दोषी चकबंदी लेखपालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के 2009 बैच के इमानदार आई ए एस भानू चंद्र गोस्वामी जैसे चकबंदी आयुक्त के विभाग में उक्त दो लेखपालों द्वारा महकमे को बदनाम करने के इस तरह साजिश से चकबंदी विभाग की और चकबंदी आयुक्त बी सी गोस्वामी की क्षवि प्रभावित हो रही है। जबकि श्री गोस्वामी ऐसे भ्रष्ट एवं भ्रष्टाचार में लिप्त कई चकबंदी अधिकारियो एवं कर्मचारियों को बीते दिनों निलंबित भी किया है।
उक्त किसानों ने उक्त दोनों भ्रष्ट एवं सरेआम भ्रष्टाचार में लिप्त लेखपालों को दण्डित करने की मांग किया है।