झारखंड में गुटखा बैन, फिर भी मधुपुर में खुलेआम विज्ञापन, प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
सुधांशु शेखर राष्ट्र संवाद संवाददाता
मधुपुर / देवघर : झारखंड में गुटखा प्रतिबंधित होने के बावजूद मधुपुर शहर में खुलेआम इसका प्रचार किया जा रहा है। शहर के डालमिया कूप स्थित स्टेट बैंक एटीएम के सामने एक बड़े होर्डिंग पर गुटखा का विज्ञापन प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है। गौरतलब है कि झारखंड सरकार ने राज्य में गुटखा की बिक्री, उत्पादन और प्रचार-प्रसार पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। लेकिन इसके बावजूद गुटखा कंपनियां न सिर्फ उत्पाद बेच रही हैं, बल्कि खुलेआम विज्ञापन भी कर रही हैं, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि प्रशासनिक सख्ती सिर्फ कागजों तक सीमित है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि गुटखा सेवन से हजारों लोग कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। यह न सिर्फ गुटखा उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि उनके परिवारों पर भी गंभीर असर डाल रहा है। प्रशासन की निष्क्रियता के कारण गुटखा माफिया पूरी तरह से बेखौफ हैं और धड़ल्ले से प्रतिबंधित उत्पादों की बिक्री कर रहे हैं। सवाल यह उठता है कि जब सरकार ने गुटखा पर बैन लगाया है, तो फिर इन कंपनियों को ऐसे खुलेआम विज्ञापन करने की अनुमति कौन दे रहा है? मधुपुर के जागरूक नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन से इस पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की अपील की है। अगर प्रशासन इस पर जल्द ध्यान नहीं देता है, तो यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है।