जामताड़ा पुलिस का साइबर अपराधियों पर शिकंजा, तीन गिरफ्तार
कर्माटांड़ थाना क्षेत्र के जसायडीह पलाश जंगल में छापेमारी, लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
संवाददाता/जामताड़ा
साइबर अपराध के लिए कुख्यात जामताड़ा जिले से एक बार फिर बड़ी खबर सामने आई है। जामताड़ा पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए तीन शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों का नेटवर्क झारखंड से लेकर पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, बिहार और कर्नाटक तक फैला हुआ था, जहां ये ऑनलाइन ठगी कर लोगों को अपना शिकार बना रहे थे।
गुप्त सूचना के आधार पर जंगल में छापेमारी, तीन गिरफ्तार
जामताड़ा साइबर थाना प्रभारी मनोज कुमार महतो के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया, जिसने कर्माटांड़ थाना क्षेत्र के जसायडीह पलाश जंगल में छापेमारी की। इस दौरान तीन साइबर अपराधियों मोहम्मद अब्दुल हसन, गुलाम अंसारी और गोविंद मंडल को गिरफ्तार किया गया। इन अपराधियों के पास से 9 मोबाइल फोन, 12 सिम कार्ड, 3 आधार कार्ड और 1 पैन कार्ड बरामद किया गया है।
ठगी का तरीका: बैंक अधिकारी बनकर खाली कर देते थे अकाउंट
गिरफ्तार किए गए साइबर अपराधी बेहद चालाकी से लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। ये खुद को एसबीआई बैंक का अधिकारी बताकर फोन करते थे और लोगों को यह झांसा देते थे कि उनका क्रेडिट या डेबिट कार्ड बंद होने वाला है। फिर बहाने से एक ऐप डाउनलोड करवाते थे, जिससे वे पीड़ित के मोबाइल स्क्रीन को एक्सेस कर लेते थे। इसके बाद उनके बैंक खाते से रकम उड़ा लेते थे।
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, डीएसपी ने दी जानकारी
जामताड़ा साइबर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान डीएसपी चंद्रशेखर ने इस पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधी लंबे समय से साइबर ठगी में लिप्त थे और देशभर के लोगों को निशाना बना रहे थे। पुलिस की कार्रवाई के बाद अब इन्हें जेल भेज दिया गया है।डीएसपी चंद्रशेखर ने कहा, “साइबर अपराधियों के खिलाफ हमारी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। जामताड़ा को साइबर अपराध मुक्त बनाने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है।
साइबर ठगी से बचने के लिए रहें सतर्क!
साइबर अपराधियों से बचने के लिए आम जनता को सतर्क रहने की जरूरत है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि—
किसी भी अनजान नंबर से आए फोन कॉल पर बैंक संबंधी जानकारी न दें। अगर कोई व्यक्ति खुद को बैंक अधिकारी बताकर एनीडेस्क, स्क्रीन शेयरिंग ऐप या किसी अन्य लिंक को डाउनलोड करने के लिए कहे, तो सतर्क हो जाएं। अपना ओटीपी, डेबिट कार्ड नंबर, सीवीवी या कोई अन्य गोपनीय जानकारी किसी से साझा न करें। अगर साइबर ठगी का शिकार हो जाएं, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।
जामताड़ा पुलिस की कार्रवाई से साइबर अपराधियों में हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद साइबर अपराधियों में हड़कंप मच गया है। पुलिस की लगातार छापेमारी के चलते कई अपराधी या तो भाग रहे हैं या फिर अपना ठिकाना बदल रहे हैं। जामताड़ा पुलिस ने साफ कर दिया है कि साइबर अपराध पर किसी भी कीमत पर लगाम लगाई जाएगी। जामताड़ा पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि साइबर अपराधियों की अब खैर नहीं। हालांकि, जब तक लोग सावधानी नहीं बरतेंगे, तब तक ये अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठगते रहेंगे। इसलिए सतर्क रहें, जागरूक रहें और किसी भी अनजान कॉल या लिंक पर क्लिक करने से पहले सोचें।