रंभा कॉलेज बी बी ए विभाग के अंतर्गत “बजट 2025 और मनी मैनेजमेंट ” विषय पर कार्यशाला का आयोजन। साथ ही बी एड के विद्यार्थियों के बीच “पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र” टाॅपिक पर चित्रांकन का आयोजन।
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आज रंभा कॉलेज स्नातक के बी बी ए विभाग के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिये एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन के रूप में एल बी एस एम कॉलेज के डॉक्टर विजय प्रकाश जी उपस्थित थे। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।डॉक्टर विजय प्रकाश जी को पौधा, उत्तरीय और प्रतीक चिन्ह देकर उनका अभिनंदन और सम्मान किया गया ।
स्वागत वक्तव्य दिया असिस्टेंट प्रोफेसर
डॉक्टर भूपेश चंद ने।
डाॅ विजय प्रकाश जी ने बहुत ही विस्तार से बताया कि भारत में बजट प्रस्तुत करने के पीछे क्या उद्देश्य है और किस तरह से राष्ट्र के विकास को ध्यान में रखते हुए प्रति वर्ष बजट का निर्धारण किया जाता है । इन्होंने बड़े विस्तार से उदाहरण के साथ बताया कि इस बार के बजट में क्या नए बिंदु हैं और किन-किन क्षेत्रों में धन के उपयोग का प्रतिशत बढ़ाया गया है । इन्होंने इस विषय पर भी प्रकाश डाला कि
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार इनकम टैक्स देने वाले मध्यम वर्गीय परिवार को राहत दिया है ।
प्रिसिंपल डाॅ कल्याणी कबीर ने कहा कि पाठ्यक्रम के साथ-साथ देश और मानव जीवन से जुड़े हुए विषयों पर जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है । इस पहल से ही व्यावहारिक ज्ञान की समझ विकसित होती है ।
इस कार्यशाला के अंतर्गत बी बी ए के विद्यार्थी अंकित सिंह, सानिया बोस, अजय महतो और बी एड विभाग की निवेदिता कुमारी ने भी पीपीटी के माध्यम से इस विषय पर अपना विचार प्रस्तुत किया। इस पूरे कार्यशाला का संचालन किया असिस्टेंट प्रोफेसर ऐश्वर्या कर्मकार ने और धन्यवाद ज्ञापन दिया असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर किशन शर्मा ने।
इस कार्यशाला की संयोजिका रहीं असिस्टेंट प्रोफेसर शीतल कुमारी ।
आज ही के दिन बी एड विभाग के विद्यार्थियों के बीच पुस्तक पठन में रूचि जागृत करने हेतु चित्रांकन गतिविधि का आयोजन किया गया। चित्रांकन का टाॅपिक था –” पुस्तकें हैं हमारी सच्ची मित्र ।” इस गतिविधि के कोऑर्डिनेटर रहे पुस्तकालयाध्यक्षा दीपाली मंडल और आर्ट एंड क्राफ्ट के शिक्षक संदीप कुमार सिंह। इस चित्रांकन गतिविधि में प्रथम स्थान पर रहे तारावती डोराईबुरू, द्वितीय स्थान पर सुमन डे और तृतीय स्थान पर मीतू कैवर्त और विधान मंडल। इन दोनों ही गतिविधियों में सभी व्याख्यातागण की उपस्थिति रही।