तालाब निर्माण में अनियमितता,जांच की मांग
राष्ट्र संवाद
नाला प्रखंड के देवजोड़ गांव में जेसीबी और पॉकलेन के जरिए निर्माणाधीन तालाब में अनियमितता बरते जाने का आरोप ग्रामीण लगा रहे हैं। तालाब निर्माण स्थल पर कोई सूचना बोर्ड नहीं लगाया गया है। वहीं तालाब निर्माण को लेकर पूर्व में कोई ग्राम सभा भी किया नहीं गया है।जिस कारण यह पता नहीं चल पा रहा है कि तालाब का निर्माण किस विभाग और किस मद से किया जा रहा है।आरोप है कि निर्माण स्थल पर ना कोई इंजीनियर और ना संवेदक मौजूद रहते हैं कुछ बिचौलिए के द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है।जिनसे पूछे जाने पर ग्रामीणों को कोई जानकारी नहीं दिया जा रहा है।बिचौलिए सीधे लाभुक समीर माजी से बात करने को कह देते हैं।वहीं पूछताछ करने पर लाभुक समीर माजी और बिचौलियों द्वारा ग्रामीणों से दुर्व्यवहार किया जाता है।ग्रामीणों ने विभिन्न माध्यमों से सूचना संग्रह किया तो पता चला है कि उक्त तालाब का निर्माण भूमि संरक्षण विभाग की ओर से कराया जा रहा है।जिसका लाभुक समीर माजी है।ग्रामीणों ने तालाब निर्माण नियम कानून को ताक पर रखकर किए जाने को लेकर निर्माण कार्य के साथ तालाब की जमीन की भी जांच करने की मांग करते हुए इसकी लिखित शिकायत जिले के डीडीसी से की है।जिसपर डीडीसी निरंजन कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीओ अनंत कुमार और आरईओ के कार्यपालक अभियंता दुखा मंडल को जांच कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।शिकायत करने वाले ग्रामीणों में सेवक भट्टाचार्य,हेमंत गोराई,विकास दास, कृपासिंधु भट्टाचार्य,सौरव माजी, रोनी भट्टाचार्य,गौर भट्टाचार्य,पप्पू मुखर्जी,सजल बाउरी,कौशिक दास, हरिसाधन वाद्यकर आदि शामिल थे।